'विरोधी पार्टियों के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं' - Zee News हिंदी

'विरोधी पार्टियों के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं'

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने सरकार का खजाना खोलते हुए जनता से बसपा को केंद्र तक पहुंचाने का आह्वान किया।  लखनऊ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए माया ने प्रदेश के विकास के लिए 1500 करोड़ की 160 योजनाओं का ऐलान भी किया।

 

मायावती ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के 55वें परिनिर्वाण दिवस के मौके पर कहा, ‘उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी हैं। ऐसे में विरोधी पार्टियों की नींद उड़ गई है और वे आए दिन मीडिया में किसी न किसी मुद्दे को लेकर हमारी पार्टी और सरकार के बारे में हमारे विधायकों, मंत्रियों तथा पार्टी वरिष्ठ पदाधिकारियों के बारे में कुछ न कुछ टीका टिप्पणी करते रहते हैं।’ उन्होंने कहा ‘इससे साफ जाहिर हो गया है कि विरोधी पार्टियों के पास बसपा सरकार के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है।’

 

मायावती ने विपक्षी दलों पर दलित उत्थान आंदोलन को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए आज दलितों का आहवान किया कि वे राज्य विधानसभा के आगामी चुनाव में बसपा के ज्यादा से ज्यादा प्रत्याशियों को जिताकर इन ‘जातिवादी मानसिकता’ वाली पार्टियों को करारा जवाब दें। मायावती ने कहा, ‘हम बहुत संघर्ष करके इस मुकाम पर पहुंचे हैं। हमें पार्टी को केन्द्र की सत्ता में लाना है। जाहिर है कि जातिवादी मानसिकता वाली पार्टियां हमारी राह में तरह-तरह के रोड़े अटकाएंगी। विधानसभा चुनाव में आप ज्यादा से ज्यादा विधायक जिताकर उन्हें जवाब दें।’ बसपा अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी ने दलितों को सम्मान दिलाने की मुहिम चलाई है और ‘जातिवादी मानसिकता’ वाली पार्टियां देश में दबे कुचले लोगों को बाकी तबकों के बराबर लाने के हमारे आंदोलन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं।

 

मायावती ने इस मौके पर करीब 1500 करोड़ की लागत से तैयार 160 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी पार्टियों के ‘हथकंडों’ का फायदा बसपा को ही होगा, क्योंकि इससे पार्टी के कार्यकर्ता और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित होंगे। अपनी पार्टी के इतिहास का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष के हमलों से बसपा हमेशा मजबूत हुई है। वर्ष 2007 में हुए राज्य विधानसभा के पिछले चुनाव से ऐन पहले भी सपा, भाजपा और कांग्रेस ने मिलकर बसपा के खिलाफ तरह-तरह की तरकीबें और हथकंडे अपनाए थे, नतीजतन पार्टी को चुनाव में स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ।

 

मायावती ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे विपक्षी दलों के हथकंडों का समझदारी से सामना करें और यही बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि जातिवादी मानसिकता वाली पार्टियों ने दलितों के उत्थान पर कभी ध्यान नहीं दिया और जब बसपा की सरकार ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय’ की नीतियों पर चलकर इस दिशा में काम कर रही है तो उस पर तरह-तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अम्बेडकर ने संविधान में दलितों को तमाम अधिकार दिये हैं, लेकिन देश में उन प्रावधानों को पूरी तरह अब तक नहीं लागू किया गया है।

First Published: Wednesday, December 7, 2011, 00:01

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