Last Updated: Tuesday, April 10, 2012, 14:45
मुंबई : बंबई हाईकोर्ट में दायर एक याचिका में केंद्रीय मंत्री विलासराव देशमुख से संबंधित एक ट्रस्ट के नाम लातूर में जमीन आवंटित किए जाने के फैसले पर सवालिया निशान लगाए गए हैं। यह आवंटन उस समय किया गया जब देशमुख महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। यह मुद्दा उस जनहित याचिका का हिस्सा है, जिसमें उप नगरीय क्षेत्र गोरेगांव में फिल्म निर्माता सुभाष घई की व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल प्राइवेट लि. के नाम जमीन आवंटित करने को चुनौती दी गई है।
उच्च न्यायालय ने तय किया कि पहले व्हिसलिंग संबंधित मामले पर विचार किया जाएगा। राकांपा से जुड़े राजेन्द्र सोनटाक्के, राहुल मकानिकर तथा दो अन्य याचिकाकर्ताओं ने लातूर में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम की दो लाख वर्ग मीटर जमीन को विलासराव देशमुख फांउडेशन को आवंटित किये जाने पर आपत्ति जताई है। यह जमीन शिक्षण संस्थान के लिए दी गई है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 10, 2012, 20:15