Last Updated: Tuesday, February 7, 2012, 17:10
बेंगलुरू : कर्नाटक के सहकारिता मंत्री लक्ष्मण सवदी को मंगलवार को विधानसभा में अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखते हुए पाया गया। इस घटना से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को काफी शर्मिदगी का सामना करना पड़ा है। कन्नड़ टेलीविजन चैनलों पर दिखाया गया कि विधानसभा में जब उत्तरी कर्नाटक में हाल ही में एक हिंदू समर्थक समूह द्वारा कथित रूप से पाकिस्तानी राष्ट्रध्वज के फहराने पर चर्चा हो रही थी, उस समय सवदी अपने बगल में बैठे महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सीसी पाटील के साथ मोबाइल पर अश्लील वीडियो देख रहे थे।
बाद में दोनों मंत्रियों ने मामले में अपने एक और साथी पर्यावरण एवं बंदरगाह मंत्री जे कृष्णा पालेमर को भी शामिल कर लिया। सवदी और पाटील ने कहा कि मोबाइल फोन पालेमर का है।
सवदी और पाटील ने दावा किया कि मोबाइल में अश्लील वीडियो नहीं थी बल्कि विदेश में एक महिला की बलात्कार और हत्या के दृश्य थे जिसे वे देख रहे थे। दोनों मंत्रियों ने कहा कि वे यह समझने के लिए उक्त वीडियो को देख रहे थे कि कथित सेक्स को लेकर हुए विवाद में कैसे इस तरह की घटनाएं हो जाती हैं।
इस घटना को लेकर राज्य भर में लोग सदमे में आ गए और सवदी और पाटील की निंदा की।
विपक्षी पार्टियों ने दोनों मंत्रियों को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने और उन्हें विधानसभा से निष्कासित करने की मांग की है।
विधानसभा में हुई इस घटना के टेलीविजन पर प्रसारित होने के कुछ ही घंटों के भीतर कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं के एक समूह ने सवदी के आवास पर पत्थर फेंके।
वहीं, मुख्यमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने मामले की जांच और कार्रवाई करने के लिए विधानसभा के अध्यक्ष केजी बोपैया को अधिकृत किया है। बोपैया ने कहा कि विधानसभा में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को देखेंगे और कार्रवाई करेंगे।
जनता दल-सेक्युलर के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने कहा, कर्नाटक विधानसभा और राज्य के लोगों पर यह काला धब्बा है।
विपक्ष के नेता और कांग्रेस के सिद्दरमैया ने पत्रकारों से कहा, कर्नाटक विधानसभा के इतिहास में यह सबसे शर्मनाक घटना है। दोनों को मंत्री पद से हटाते हुए उन्हें विधानसभा से निष्कासित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री डी वी सदानंद गौड़ा अभी चिकमगलूर जिले के दौरे पर हैं और दोनों मंत्रियों से संपर्क नहीं हो सका।
विधानसभा अध्यक्ष ने जांच के आदेश दिए। डीजी इंटेलिजेंस मामले की जांच करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 8, 2012, 00:10