Last Updated: Sunday, April 28, 2013, 20:57

पटना : राजग में अपने सहयोगी दल जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव द्वारा भाजपा पर धनबल के आधार की पार्टी होने के आरोपों की आलोचना करते हुए भाजपा ने आज इससे असहमति जताई।
राज्यसभा में भाजपा के उपनेता रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘धनबल के संबंध में भाजपा पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के बयान से मैं असहमत हूं। भाजपा ने चुनावों में हमेशा धनबल का विरोध किया है। वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी चुनावों में धनबल के विरुद्ध देश भर में व्यापक अभियान चलाया था।’ भाजपा नेता से शरद यादव की उस टिप्पणी के बारे में पूछा गया था जिसमें जदयू अध्यक्ष ने शनिवार को कर्नाटक में पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा था कि भाजपा का आधार धनबल है। भाजपा धनबल की पार्टी है।
प्रसाद ने 2जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष पीसी चाको को हटाने की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के खिलाफ जेपीसी के 30 में से 15 सदस्यों ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को लिखकर अविश्वास जताया है। संविधान का प्रावधान है कि ऐसे व्यक्ति को समिति की अध्यक्षता करने का अधिकार नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा कि उनके, यशवंत सिन्हा और जसवंत सिंह पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं तभी तो लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्य के रूप में जेपीसी में उनकी नियुक्ति की थी। जेपीसी की मसौदा रिपोर्ट ईमानदार नहीं है। जेपीसी का मसौदा रिपोर्ट अखबारों में लीक होना चाको पर सवालिया निशान लगाता है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर सीधे भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रसाद ने कहा, ‘कोयला ब्लाक आवंटन घोटाले में मनमोहन सिंह सीधे-सीधे संलिप्त हैं क्योंकि वह उस समय कोयला मंत्री थे। प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए और सीबीआई की जांच को प्रभावित करने के लिए कानून मंत्री अश्विनी कुमार को बर्खास्त किया जाना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 28, 2013, 20:57