संजीव भट्ट तथ्यों को गलत ढंग से पेश कर रहे हैं : एसआईटी

संजीव भट्ट तथ्यों को गलत ढंग से पेश कर रहे हैं : एसआईटी

अहमदाबाद : उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित एसआईटी ने आज दावा किया कि निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत में ‘गवाह’ नहीं थे बल्कि ‘तथ्यों को गलत ढंग से पेश करने वाले’ हैं।

एसआईटी के वकील आर एस जमुआर ने कहा, ‘संजीव भट्ट कभी मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के गवाह नहीं थे बल्कि वह सबकुछ गढ़ रहे हैं। वह तथ्यों को गलत ढंग से पेश कर रहे हैं और उन्होंने न सिर्फ न्याय मित्र (जकिया जाफरी की याचिका में) राजू रामचंद्रन को बल्कि उच्चतम न्यायालय को भी प्रभावित करने के लिए दबाव समूह बनाने की खातिर मीडिया कार्ड खेला है।’ जमुआर मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट बी जे गणत्र के समक्ष दलील दे रहे थे। वह जकिया की ओर से एसआईटी द्वारा मामले को बंद करने के लिए दी गई रिपोर्ट के खिलाफ दायर की गई याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं। एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में मोदी और अन्य को दंगों के संबंध में क्लीन चिट दी थी।

अपनी दलील के छठे दिन जमुआर ने मामले को बंद करने के लिए दायर रिपोर्ट में विशेष जांच दल की ओर से किए गए दावे के समर्थन में साक्ष्य पेश किए। उसमें कहा गया था कि भट्ट विश्वसनीय गवाह नहीं हैं। भट्ट की कड़ी आलोचना करते हुए जमुआर ने राज्य सरकार द्वारा भट्ट के खिलाफ आपराधिक शिकायत की जांच के दौरान जुटाए गए कुछ ई-मेल की सामग्री का हवाला दिया। इसमें भट्ट द्वारा कथित तौर पर नासिर चिप्पा, पत्रकार शुभ्रांशु, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड और तत्कालीन गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता शक्तिसिंह गोहिल और आईपीएस अधिकारी राहुल शर्मा (जिन्होंने 2002 के दंगों के दौरान किए गए फोन कॉल का विवरण जुटाया था) को भेजे गए ई-मेल शामिल हैं।

एसआईटी के वकील ने कहा, ‘संजीव भट्ट जिनपर शिकायतकर्ता (जाफरी) ने काफी भरोसा किया है उन्होंने दंगों के नौ साल के बाद विवादास्पद दावे करने शुरू कर दिए। उन्होंने मीडिया के समक्ष भी तथ्यों को गलत ढंग से पेश किया और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पर भी दबाव बनाने की साजिश रची जो जकिया जाफरी की ओर से दायर विशेष अनुमति याचिका पर सुनवाई कर रहे थे।’ वरिष्ठ अधिवक्ता राजू रामचंद्रन की ओर से की गई टिप्पणी का उल्लेख करते हुए जमुआर ने कहा, ‘‘यहां तक कि राजू रामचंद्रन ने भी टिप्पणी की कि भट्ट सक्रियता से रणनीति बना रहे हैं और उनका आचरण तटस्थ पुलिस अधिकारी का नहीं है।’ (एजेंसी)

First Published: Wednesday, May 1, 2013, 23:26

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