Last Updated: Tuesday, April 10, 2012, 15:34

लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री आजम खान ने मंगलवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली जामा मस्जिद के इमाम सैयद अहमद बुखारी की तरफ से उन पर लगातार किए जा रहे हमलों पर उनकी अपनी पार्टी और सरकार की तरफ से समर्थन में अब तक कोई नहीं आया। आजम ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बुखारी बयानबाजी करके पार्टी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश सरकार की छवि खराब कर रहे थे, इसलिए मजबूरन उन्हें दखल देना पड़ा।
खान ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मामले के गंभीर होने के बाद अब तक न तो पार्टी की तरफ से और न ही सरकार का कोई मंत्री मेरे समर्थन में आया है। इस दौरान आजम ने यह भी कहा कि उनके ऊपर सपा सरकार को बदनाम करने के लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। आजम और बुखारी के बीच विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब बुखारी ने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को पत्र लिखकर अपने दामाद की विधान परिषद की उम्मीदवारी को वापस करते हुए कहा कि सपा सरकार में मुसलमानों को उचित भागीदारी नहीं मिल रही है।
बुखारी-आजम विवाद पर एक तरफ जहां दारूल उलूम देवबंद ने आजम की आलोचना करते हुए कहा कि इमाम राजनीति में दखल दे सकते हैं वहीं बरेली के मुस्लिम संगठन 'दारूल-ए-मजहर इस्लाम' ने बुखारी के के खिलाफ फतवा जारी कर कहा कि इमाम को आवाम के हित में काम करना चाहिए न व्यक्तिगत हित में।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 10, 2012, 21:04