Last Updated: Sunday, June 23, 2013, 11:07
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तराखण्ड में दैवीय आपदा से प्रभावित व्यक्तियों के लिए राहत शिविरों को समन्वित तरीके से चलाए जाने के निर्देश दिए हैं। उत्तराखण्ड में जौलीग्रांट, ऋषिकेश एवं हरिद्वार में स्थापित इन राहत शिविरों में अतिवृष्टि और बादल फटने की आपदा से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के साथ चिकित्सा, खाने-पीने, आराम और टॉयलेट की सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध होंगी।
राज्य के प्रमुख सचिव (गृह ) आर. एम. श्रीवास्तव ने बताया कि प्रभावित व्यक्ति राहत शिविरों में मोबाइल फोन से अपने परिजनों और परिचितों से सम्पर्क भी कर सकेंगे। यहां आपदा से प्रभावित सभी व्यक्ति आ सकते हैं, चाहे वे किसी भी प्रदेश से सम्बन्धित हों। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बसें आपदा से प्रभावित व्यक्तियों को अपने रूट पर जहां तक जाती हैं मुफ्त ले जाएं।
श्रीवास्तव ने बताया कि गंगा, यमुना नदियों के किनारे बसे जिलों के जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों को अलर्ट जारी किया गया है कि इन नदियों में बहते हुए शवों को एकत्रित कर उनकी शिनाख्त के हर संभव प्रयास किए जाएं। इसके लिए उन शवों के फोटोग्राफ और डीएनए टेस्ट के लिए नमूने रखे जाएं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 23, 2013, 11:07