सरबजीत के घर मातम, सुरजीत के घर खुशी

सरबजीत के घर मातम, सुरजीत के घर खुशी

अमृतसर/मुक्तसर : पाकिस्तान की जेल में कैद सरबजीत सिंह की रिहाई की खबर के खंडन के बाद जहां उसके घर में मातम का माहौल है, वहीं सुरजीत सिंह के घर में जश्न मन रहा है जिसके बारे में यह अप्रत्याशित खबर पहुंची कि पाकिस्तान उसे 31 साल बाद रिहा कर रहा है ।

पाकिस्तान द्वारा पहले सरबजीत की रिहाई की बात कहे जाने और फिर इसका खंडन कर दिए जाने से आश्चर्यचकित उसके परिवार का कहना है कि यह उनके साथ क्रूर मजाक है ।

सरबजीत सिंह की फांसी की सजा माफ कर दिए जाने की खबर सुनकर बीती रात पंजाब स्थित उनके पैतृक गांव भिखीविंड में सैकड़ों लोग एकत्र हो गए और उन्होंने जश्न मानाया ।

लेकिन इस खबर के कई घंटे बाद बीती रात पाकिस्तान ने स्पष्टीकरण दिया कि सरबजीत सिंह को नहीं, बल्कि फरीदकोट निवासी सुरजीत सिंह को रिहा किया जा रहा है।

सरबजीत पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में बंद हैं । उन्हें 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में हुए विस्फोटों में कथित संलिप्तता के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी ।

दलबीर कौर (सरबजीत की बहन) की आंखों में आंसू छलछला रहे थे । उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह विश्वास करना कठिन है कि सरबजीत सिंह को रिहा नहीं किया जा रहा है । मैं यह कैसे स्वीकर कर सकती हूं कि मेरा भाई अभी घर नहीं आएगा ।

First Published: Wednesday, June 27, 2012, 16:50

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