Last Updated: Wednesday, August 15, 2012, 09:58
ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में चेहरा ढककर निकलने वालों की खैर नहीं है, क्योंकि ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है। अभी तो उन कपड़ों को जब्त किया जा रहा है, जिनसे चेहरों को ढका जाता है और आगे चलकर ऐसे लोगों पर जुर्माने की कार्रवाई भी की जा सकती है।
राज्य के अन्य प्रमुख शहरों की तरह ग्वालियर में भी अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। इन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस नित नए प्रयोग कर रही है। उन्हीं में से एक है चेहरा ढककर निकलने वालों के खिलाफ अभियान चलाना।
इन दिनों शहर के लगभग हर चौराहों से लेकर उद्यानों तक में पुलिस की टोलियां घूमती नजर आ जाएंगी। सड़क से गुजरते हर दुपहिया वाहन पर पुलिस की नजर होती है। जो भी चालक या सवार मुंह पर कपड़ा बांधे नजर आता है, उसे महिला पुलिस तुरंत रोक लेती है। उसके बाद वह कपड़ा महिला पुलिसकर्मी अपने कब्जे में लेकर हिदायत देने के बाद वाहन का नंबर नोट कर जाने देती है।
पुलिस दल शहर के प्रमुख उद्यानों- अंबेडकर पार्क, फूलबाग, इटेलियन गार्ड आदि पर भी दबिश दे रहे हैं। वहां मौजूद युवा जोड़ों को हिदायत के साथ फटकार भी दी जा रही है। पुलिस की बढ़ी सक्रियता के चलते इन दिनों हाल यह है कि पार्को में पुलिस के पहुंचते ही भगदड़ सी मच जाती है। लड़के व लड़कियां मुंह छिपाते भागते नजर आते हैं, जो पकड़े जाते है उनकी जमकर फजीहत होती है।
आमतौर पर बढ़ते प्रदूषण से होने वाली बीमारी व चेहरे पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर से बचने के लिए लड़कियों व युवतियों को कपड़ों का सहारा लेना पड़ता है। पुलिस के मुताबिक अपराध जगत में महिलाएं भी सक्रिय हैं, लिहाजा उन पर अंकुश लगाने के लिए यह कदम उठाना पड़ा है।
पुलिस द्वारा मुंह पर कपड़ा बांधने पर लगाई गई पाबंदी से हर उस वाहन चालक में नाराजगी है, जो परेशानी से बचने के साथ चेहरे को बचाने के लिए कपड़ों का सहारा लेता है। महाविद्यालयीन छात्र अंकित सिंह का कहना है कि पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने में कामयाब नहीं हो रही है और जनता का ध्यान बांटने के लिए तरह-तरह के प्रयोग करती रहती है। लोग सड़क से उड़ती धूल से खुद को बचने के लिए कपड़ा मुंह पर लगाते हैं। पुलिस बेवजह लोगों को परेशान कर रही है।
First Published: Wednesday, August 15, 2012, 09:58