Last Updated: Monday, April 16, 2012, 09:00
नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की तैनाती कम करने पर जोर देते हुए राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि सभी महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान के लिए वार्ता ही सबसे बढिया तरीका है। उमर ने यहां मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में भारत-पाक संबंधों से लेकर कश्मीर सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून को हटाने और श्रीनगर शहर से 24 बंकर हटाने का मुद्दा भी उठाया। पाकिस्तान के साथ व्यापारिक संबंध मजबूत करने के लिए उन्होंने जम्मू कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर के बीच टेलीफोन कनेक्शन की बात की।
अपने भाषण में उमर ने कहा कि 2011 के दौरान जम्मू कश्मीर में शांति रही। मुझे उम्मीद है कि 2011 के दौरान जो शांति रही, वह आगे भी रहेगी तथा राज्य में शांति और विकास के नए युग की शुरुआत होगी। नेशनल कांफ्रेंस-कांग्रेस सरकार की नीतियों के बारे में उन्होंने कहा कि हमारा मजबूती से मानना रहा है कि आंदोलनों और टकराव से मुद्दों का समाधान नहीं हो सकता। वार्ता से ही नतीजा निकल सकता है और सभी महत्वपूर्ण मुद्दों के समाधान का यही सबसे अच्छा माध्यम आगे भी बना रहेगा।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के बीच हाल ही में हुई बातचीत का स्वागत करते हुए उमर ने कहा कि जम्मू कश्मीर वार्ता प्रक्रिया शुरू करने पर जोर देता रहा है और इस संबंध में केंद्र सरकार की ओर से की गई पहल का हमने स्वागत किया है।
(एजेंसी)
First Published: Monday, April 16, 2012, 14:30