Last Updated: Friday, March 8, 2013, 12:30
कोट्टायम (केरल): सूर्यानेल्ली सामूहिक बलात्कार कांड की पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि उनके इलाके के पादरी ने उनके परिवार के सदस्यों को 1998 के इस कांड में हाल के घटनाक्रम के आलोक में गिरिजाघर में आने से मना कर दिया।
लेकिन गिरिजाघर ने इस आरोप का खंडन किया और बताया कि किसी पर भी गिरिजाघर में आने, प्रार्थना करने या प्रार्थनासभा में हिस्सा लेने पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
पीड़िता की मां के मुताबिक तीन सप्ताह पहले कोट्टायम के समीप कुरिची में रविवार की प्रार्थना के बाद गिरिजाघर के पादरी ने लड़की के पिता से कहा कि उन्हें यहां आने से बचना चाहिए।
लड़की की मां ने कहा कि हालांकि पादरी ने इसके लिए कोई कारण नहीं बताया लेकिन हो सकता है कि इसकी वजह इस कांड में हाल के घटनाक्रम हों।
उन्होंने एक मलयालम टीवी चैनल से कहा,‘‘पादरी ने यह नहीं कहा कि हमपर कोई पाबंदी है। लेकिन उन्होंने सुझाव दिया कि हमें गिरिजाघर आने से बचना चाहिए। उन्होंने यह बात कर्कश शब्द में नहीं बल्कि दोस्ताना अंदाज में कही।’’ (एजेंसी)
First Published: Friday, March 8, 2013, 12:30