Last Updated: Saturday, June 22, 2013, 10:20
मुम्बई : एक पुलिस अधिकारी ने अपने बयान में कहा है कि सोहराबुद्दीन मुठभेड़ मामले की जांच सीबीआई के हाथ में जाने से पहले उसकी जांच की निगरानी करने वाली वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी गीता जौहरी ने गुजरात के पूर्व गृह मंत्री अमित शाह के कहने पर आरोपी अधिकारियों को बचाने के लिए रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ की थी।
सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ कांड की सुनवाई मुम्बई की एक अदालत में स्थानांतरित कर दी गयी है। इस कांड में अमित शाह के साथ ही जौहरी भी आरोपियों में शामिल है। अभियोजन के अनुसार वर्ष 2007 में शीर्ष अदालत ने गुजरात सीआईडी से सोहराबुद्दीन को फर्जी मुठभेड़ में मार गिराये जाने के उसके भाई रूबाबुद्दीन के आरोपों की जांच करने को कहा था। पुलिस उपाधीक्षक वीएल सोलंकी ने उसकी जांच की थी और जांच पुलिस महानिरीक्षक (सीआईडी) की निगरानी में हुई।
सोलंकी ने सीबीआई को दिए बयान में कहा कि जौहरी ने उन्हें बुलाया तथा अमित शाह के निर्देश पर कहा कि वह मामले के कागजात फाड़ दें और फर्जी मुठभेड़ में संलिप्तता के आरोपी अधिकारियों के पक्ष में नये कागजात तैयार करें। लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी और जांच करते रहे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 22, 2013, 10:20