Last Updated: Friday, January 18, 2013, 23:14
मुंबई : दलित आंदोलन के प्रणेता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पोते एवं भारिप बहुजन महासंघ अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने कहा है कि स्कूल स्थानापन्न प्रमाणपत्र (एसएलसी) में जाति का उल्लेख हटाया जाए।
अंबेडकर ने कहा, ‘मेरी धार्मिक अस्मिता है और मेरी राष्ट्रीय शिनाख्त है। प्रमाणपत्र पर बस इन दो अस्मिताओं का उल्लेख होना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘वर्तमान व्यवस्था में अनेक हैं जो अपनी जाति के उल्लेख के लिए जोर नहीं देते हैं। कोई रास्ता निकालना चाहिए। यह वैकल्पिक होना चाहिए कि कौन जाति का उल्लेख चाहता है और कौन नहीं।’
अंबेडकर ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय चुनावी राजनीति में दलितों और आदिवासियों के लिए आरक्षण की व्यवस्था खत्म करना चाहिए। ‘ये आरक्षण स्थानीय निकायों में जारी रखे जा सकते हैं।’ अंबेडकर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए आरपीआई नेता रामदास अठावले ने पत्रकारों से कहा कि स्कूल के रिकार्ड से जाति का उल्लेख हटाने की सलाह बेतुका है। अठावले ने राजनीतिक आरक्षण खत्म करने की अंबेडकर की मांग को ‘दलित विरोधी’ करार दिया। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 18, 2013, 23:14