Last Updated: Tuesday, May 28, 2013, 13:35

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य की पूर्ववर्ती मायावती सरकार द्वारा बनवाए गये पार्को और स्मारकों की खाली जमीन को शादी-ब्याह और अन्य सार्वजनिक कार्यो के लिये किराये पर देने के अपनी सरकार के निर्णय को उचित ठहराते हुए कहा कि उनका निर्माण सरकारी खजाने से कराया गया है।
मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में स्मारकों की खाली जमीन किराये पर दिये जाने के सरकार के निर्णय पर बसपा की नाराजगी सम्बन्धी एक सवाल के जवाब में कहा ‘स्मारकों और पार्कों पर कितना पैसा खर्च हुआ है....हमने चुनाव में कहा था कि सत्ता में आने पर हम उनका अच्छा इस्तेमाल करेंगे।’ उन्होंने कहा ‘उन पार्को और स्मारकों में अष्टधातु के बने पेड़ और जानवर लगाये गये हैं....उनका इससे बेहतर इस्तेमाल और क्या हो सकता है।’
अखिलेश ने इसी क्रम में हंसते हुए कहा कि इन स्मारकों और पार्को में शादी-ब्याह तथा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होने से तो उनका प्रचार ही होगा। इसमें क्या खराबी है। उन्होंने यह भी कहा कि लोहिया पार्क में बसपा के लोग भी टहलते हैं।
गौरतलब है कि राज्य की अखिलेश सरकार ने पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में बनवाये गये आलीशान स्मारकों तथा पार्को में खाली पड़ी जमीन को शादी-ब्याह के लिये किराये पर देने का फैसला किया है। इससे नाराज बसपा ने इसके खिलाफ आंदोलन करने की घोषणा की है। बसपा नेताओं ने कल राज्यपाल बी. एल. जोशी से मुलाकात करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 28, 2013, 13:35