Last Updated: Thursday, September 12, 2013, 15:50
देहरादून : गत जून में आए जलप्रलय के बाद से केदारनाथ में बंद पूजा के बुधवार को दोबारा शुरू होने के मौके पर तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय जनता को अलग रखे जाने के उत्तराखंड सरकार के फैसले के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक 24 किलोमीटर पैदल यात्रा कर केदारनाथ धाम पहुंचे।
निशंक के विशेष कार्याधिकारी अजय बिष्ट ने बताया कि निशंक कल सुबह गुप्तकाशी से तीर्थ पुरोहितों के साथ केदारनाथ के लिये रवाना हुए और कल रात सवा दस बजे के करीब भगवान शिव के धाम पहुंच गए। निशंक के साथ पूर्व विधायक आशा नौटियाल भी केदारनाथ पहुंचीं। उन्होंने बताया कि निशंक ने आज सुबह भगवान शिव की पूजा अर्चना भी की।
निशंक को फाटा में हांलांकि पुलिस तथा प्रशासन ने पैदल यात्रा की अनुमति न होने के कारण रोका था लेकिन बाद में वह खुद की जिम्मेदारी पर जाने की बात कहकर धाम पहुंच गए। इस दौरान निशंक ने कहा कि कांग्रेस का मकसद क्षेत्र में कफ्र्यू लगाकर वस्तुस्थिति से ध्यान भटकाने जैसा है और केदारनाथ में पूजा अर्चना से स्थानीय लोगों को अलग रखे जाने के उनके विरोध में भाजपा उनके साथ है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा केदारनाथ की पूजा में तीर्थ पुरोहितों और पंडों के साथ आम आदमी की भी भागीदारी चाहती है। निशंक ने कहा कि जिन पुजारी परिवारों के आवास केदारनाथ में हैं, उन्हें भी वहां जाने से रोकना एक बड़ी साजिश का संकेत है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 12, 2013, 15:50