Last Updated: Thursday, February 23, 2012, 13:18
बेंगलूर : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को बड़ी संख्या में विधायकों को एक बैठक में बुलाकर अपनी शक्ति प्रदर्शित की और एक तरह से पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव बनाते हुए कहा कि 27 फरवरी तक फिर से मुझे मुख्यमंत्री बनाया जाय नहीं तो मैं अपना काम करूंगा।
येदियुरप्पा द्वारा बुलाई गई बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री जगदीश शेट्टर और गृह मंत्री आर. अशोक भी मौजूद थे जो उस वक्त विरोधी खेमे में थे जब पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने उत्तराधिकारी के तौर पर डीवी सदानंद गौड़ा का समर्थन किया। येदियुरप्पा ने पिछले साल अगस्त में लोकायुक्त द्वारा अवैध खनन पर जारी रिपोर्ट में नाम आने पर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
आज रात भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के यहां पहुंचने से पहले येदियुरप्पा के इस ‘प्रदर्शन’ को पार्टी पर उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में बहाल करने के लिहाज से दबाव डालने की कोशिश माना जा रहा है। गडकरी यहां सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों के दो दिवसीय शिविर की अध्यक्षता करने पहुंच रहे हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हमने आगामी उडुपी, चिकमगलूर लोकसभा उपचुनाव पर तथा पार्टी संगठन को मजबूती प्रदान करने को लेकर मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की। ईश्वरप्पा ने कहा कि येदियुरप्पा को पद देने का मामला बातचीत में नहीं आया।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रदेश भाजपा नेताओं का एक दल गडकरी से मुलाकात करेगा और उन्हें पार्टी एवं सरकार की गतिविधियों से अवगत कराएगा। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि येदियुरप्पा के सदानंद गौड़ा से हाल ही में मतभेद उभरे हैं। जिन्हें पहले उन्होंने ही अपना उत्तराधिकारी चुना था। पिछले दिनों ऐसा देखा गया कि सदानंद गौड़ा खुद को येदियुरप्पा की छाया से निकालना चाह रहे हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, February 24, 2012, 08:21