Last Updated: Friday, December 9, 2011, 08:11
भुवनेश्वर: दूर-दूराज के लोगों को पवित्र शहर पुरी का समुद्री तट आकषिर्त करता है लेकिन यह काफी खतरनाक भी है। पिछले तीन सालों के दरम्यान यहां पर कम से कम 78 लोगों की मौत हो गयी है।
बीच प्रोटेक्शन काउंसिल ऑफ ओडिशा नामक एक गैर सरकारी संगठन ने बताया कि सिर्फ इसी साल नहाने के दौरान कम से कम 31 व्यक्तियों की मौत हो गयी है जिसमें 14 छात्र शामिल है।
इसके अध्यक्ष जगन्नाथ बस्तिया ने बताया कि वर्ष 2010 में 26 जबकि वर्ष 2009 में 21 व्यक्तियों की मौत हो गयी है।
पर्यटकों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए ओडिशा के मुख्य सचिव बी के पटनायक ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही समुद्र तट के ऐसे सात किलोमीटर लंबे सुनसान इलाकों की पहचान करेगी जो काफी खतरनाक है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार पुरी समुद्री तट पर जल्द ही सुरक्षा उपाय लागू करेगी और अतिरिक्त जीवन रक्षक गार्ड पर्यटकों की सुरक्षा के लिए तैनात किये जाएंगे।
हालांकि, बीपीसीओ और कुछ अन्य गैर सरकारी संगठनों ने समुद्री तट पर पर्यटकों की लगातार हो रही मौतों के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
बस्तिया ने कहा कि हमलोग पिछले पांच साल से सरकार का ध्यान इस तरफ दिला रहे हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि मुख्य सचिव के हाल में लिये गये निर्णय को लागू किया जाएगा।
(एजेंसी )
First Published: Friday, December 9, 2011, 13:41