Last Updated: Thursday, November 17, 2011, 04:14
लखनऊ/दिल्ली: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में दो दिन पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की रैली के दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की पिटाई के मामले में दर्ज की गई एफआईआर को कांग्रेस नेताओं ने राजनीतिक विद्वेष के तहत की गई कार्रवाई करार देते हुए इसकी जांच की मांग की है।
कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश के प्रभारी दिग्विजय सिंह ने नई दिल्ली में पत्रकारों से चर्चा में कहा, फूलपूर में जो कुछ हुआ वह मायावती सरकार की ओर से सुनियोजित था। पांच से छह लड़के कूदकर अवरोधक पार करते हैं और हेलीकॉप्टर की गेट तक पहुंच जाते हैं। उस समय पुलिस क्या कर रही थी? उत्तर प्रदेश पुलिस बाहरी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी से जब इसे बारे में प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि मैं इस बारे में कोई प्रतिक्रिया देना नहीं चाहता क्योंकि मामले की कानूनी प्रक्रिया है। कानूनी प्रक्रिया चलने दीजिए। सम्बंधित लोग अपना बचाव करने में सक्षम हैं। लेकिन भारी सुरक्षा के माहौल को कुछ लोगों ने जानबूझकर बिगाड़ने का प्रयास किया।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान ने कहा, मैं मुलायम सिंह यादव से अपील करता हूं कि वह राहुल गांधी को काला झंडा दिखाने वाले युवकों को आगे लाएं और नेता बनाएं। जो भी ऐसी हिम्मत दिखाएगा हम उसे सीने से लगाएंगे।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, November 17, 2011, 10:10