IAS अफसर निलम्बन: शिवपाल ने कहा-जांच में पता चलेगा कि गलती किसकी

IAS अफसर निलम्बन: शिवपाल ने कहा-जांच में पता चलेगा कि गलती किसकी

IAS अफसर निलम्बन: शिवपाल ने कहा-जांच में पता चलेगा कि गलती किसकीसम्भल (लखनऊ) : नोएडा में खनन माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के कारण चर्चा में आयी प्रशिक्षु आईएएस दुर्गाशक्ति नागपाल के एसडीएम पद से निलम्बन को वापस लेने की आईएएस एसोसिएशन की मांग के बीच राज्य के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि इस मामले में जांच के बाद ही पता लगेगा कि गलती किसने की।

यादव ने सम्भल में विद्यार्थियों को लैपटाप वितरण सम्बन्धी कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में दुर्गाशक्ति के निलम्बन के औचित्य संबंधी सवाल पर कहा ‘बिना जांच के हम कुछ नहीं कह सकते हैं। आरोपों की जांच के बाद ही पता चलेगा कि गलती किसकी है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।’

इससे पहले, दुर्गाशक्ति के निलम्बन के मुद्दे को लेकर आईएएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने लखनऊ में कार्यवाहक मुख्य सचिव आलोक रंजन से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ दुर्गाशक्ति भी मौजूद थीं।

एसोसिएशन के महासचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने बताया कि रंजन के साथ बैठक में नोएडा की एसडीएम दुर्गाशक्ति नागपाल को बिना नोटिस दिए निलम्बित किए जाने पर असंतोष जाहिर करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई को वापस लेने की मांग की गयी।

शर्मा ने बताया कि रंजन ने मुलाकात के दौरान कहा कि वह मामले को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने रखेंगे। अखिलेश इस वक्त कर्नाटक में हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल के दिनों में खनन माफिया के विरद्ध अभियान चलाने के लिये चर्चा में रहीं गौतम बुद्ध नगर की एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को शनिवार को निलम्बित कर दिया था।

सरकार के एक प्रवक्ता ने कल देर रात एक बयान जारी करके बताया कि वर्ष 2009 बैच की आईएएस अधिकारी और गौतम बुद्ध नगर (सदर) तहसील की उपजिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को रबुपुरा थाना क्षेत्र के कादलपुर गांव में एक निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार को कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बगैर अदूरदर्शी तरीके से हटवाने के कारण साम्प्रदायिक सौहार्द प्रभावित होने पर 27 जुलाई की रात को निलम्बित कर दिया गया था।

दुर्गाशक्ति ने हाल के दिनों में नोएडा में यमुना और हिन्डन नदी के तटवर्ती इलाकों में चल रहे अवैध खनन के विरद्ध अभियान चला रखा था और अवैध खनन के मामले में लगभग दो दर्जन प्राथमिकियां दर्ज करवायी थीं।

विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि युवा आईएएस अधिकारी नागपाल का निलम्बन सत्तारूढ़ दल से जुड़े अवैध खनन माफियाओं के दबाव में किया गया है। (एजेंसी)

First Published: Monday, July 29, 2013, 18:02

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