JNU में सहपाठी पर जानलेवा हमला, छात्र ने की खुदकुशी

JNU में सहपाठी पर जानलेवा हमला, छात्र ने की खुदकुशी

JNU में सहपाठी पर जानलेवा हमला, छात्र ने की खुदकुशीनई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में बुधवार को एक सनसनीखेज घटना में एक छात्र ने कक्षा में कुल्हाड़ी और पिस्तौल के साथ प्रवेश किया, और एक छात्रा से अपने साथ चलने को कहा। छात्रा द्वारा इनकार किए जाने पर छात्र ने पहले जहर पिया फिर छात्रा पर जानलेवा हमला कर दिया। छात्र की मौत हो गई जबकि छात्रा जीवन के लिए संघर्ष कर रही है।

देश के शीर्षस्थ शैक्षणिक संस्था तथा वामपंथी एवं तार्किक विचारधारा का केंद्र माने जाने वाले नई दिल्ली स्थित जेएनयू परिसर में यह घटना बुधवार को पूर्वाह्न 11.00 बजे के आस-पास घटी। आकाश (23) इस हमले के लिए पूरी तरह तैयार होकर आया था क्योंकि उसके पास एक पिस्टल, एक कुल्हाड़ी, एक चाकू और एक बोतल में जहरीला पदार्थ था।

वह स्कूल ऑफ लैंग्वेज्स के कमरा नंबर 213 में उस समय पहुंचा जब दो कक्षाओं के बीच अंतराल में कम ही छात्र रहते हैं। उसने रोशनी (22 वर्ष) को अपने साथ चलने को कहा। रोशनी ने मना कर दिया।

इससे क्रोधित आकाश ने उस पर एक देसी पिस्तौल से गोली चलाई लेकिन पिस्तौल ने काम नहीं किया। इसके बाद उसने जहर पी लिया और रोशनी पर कुल्हाड़ी से हमला किया। जब तक उसके स्तब्ध सहपाठी कोई प्रतिक्रिया करते उसने चाकू निकाला और अपनी गर्दन रेत दी।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आकाश को एम्स के ट्रामा सेंटर ले जाया गया। कुछ घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। रोशनी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने बताया कि मौके से एक देसी पिस्तौल, जहरीले पदार्थ की एक बोतल और एक कुल्हाड़ी बरामद हुई है।

एक छात्र ने बताया कि आकाश पिछले दो वर्ष से रोशनी के पीछे पड़ा हुआ था। रोशनी और आकाश दोनों ही बिहार के हैं और कोरियाई भाषा के तृतीय वर्ष के छात्र हैं। जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की प्रोफेसर कमला मित्रा शेनाय ने कहा कि लड़की के सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं देने से आकाश नाराज था। उन्होंने कहा कि इस घटना से विश्वविद्यालय के कर्मचारी परेशान हैं और हम सभी स्तब्ध हैं।

सफदरजंग अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि वह अपनी ओर से छात्रा को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उसकी स्थिति बहुत गंभीर है। पुलिस ने कहा कि मौके पर से एक चार पन्नों का हिंदी में लिखा पत्र मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि वह रोशनी द्वार उसका प्रेम निवेदन ठुकराए जाने के कारण बहुत नाराज था।

आकाश के मित्रों के अनुसार, वह रोशनी से प्रेम करता था। यहां तक कि उसने अपने पिता को मुजफ्फरपुर पत्र लिखकर कहा था कि वह दोनों एकदूसरे से प्रेम करते हैं, जो कि सच नहीं था। मित्रों ने बताया कि उसके पिता ने इसकी सच्चाई का पता लगाने की कोशिश की और जब उन्हें पता चला कि यह सच नहीं है तो उन्होंने फोन पर ही अपने बेटे को फटकार लगाई थी। आकाश के मित्रों के मुताबिक फोन पर पिता द्वारा फटकारे जाने के कारण ही उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया और ऐसा कदम उठाया।

सफदरजंग अस्पताल में गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती रोशनी के बारे में चिकित्सकों ने बताया कि रोशनी को चार गंभीर जख्म लगे हैं, तथा उसके मस्तिष्क की रक्तवाहिनियां फट गई हैं। रोशनी के मस्तिष्क में रक्त का थक्का भी जम गया है तथा उसकी दाहिनी कलाई बुरी तरह कट गई है। जेएनयू में रहने वाले एक वरिष्ठ कर्मचारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि घटना के कारण पूरा जेएनयू परिसर सदमे में है। उन्होंने कहा, इस घटना से यही समझ में आता है कि युवाओं को परामर्श की आवश्यकता है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, August 1, 2013, 00:39

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