Last Updated: Friday, October 12, 2012, 20:28
वड़ोदरा : दो आरटीआई कार्यकर्ताओं ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिखकर कहा है कि सरकार द्वारा आयोजित रोजगार मेलों में भाग लेने के लिए उनकी और अन्य की यात्रा पर हुए खर्च का ब्यौरा अभी तक मुहैया नहीं कराया गया जबकि इसके लिए छह माह पहले सूचना मांगी गयी थी।
कार्यकर्ताओं रोहित प्रजापति एवं अंबरीष ब्रह्मभट्ट ने आज कहा कि उन्होंने इस साल 14 अप्रैल को सूचना का अधिकार कानून के तहत एक अर्जी दाखिल की थी। इस अर्जी में ‘विवेकानन्द युवा रोजगार सप्ताह’ में भाग लेने के लिए विभिन्न स्थलों पर मुख्यमंत्री, विभिन्न मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों की यात्रा पर हुए खर्च का ब्यौरा मांगा गया था। उनके अनुसार जनवरी में रोजगार सप्ताह के दौरान गुजरात के विभिन्न हिस्सों में 489 रोजगार मेले आयोजित किये गये और 65 हजार युवाओं को पेशकश पत्र मुहैया कराये गए।
उन्होंने आज लिखे पत्र में कहा, ‘हमें आज तक मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और मेले में भाग लेने वाले अन्य अधिकारियों के यात्रा व्यय की सूचना नहीं मिली है।’ कार्यकर्ताओं ने कहा कि आरटीआई अर्जी सभी जिलों में अग्रसारित की गई लेकिन संबद्ध अधिकारियों ने उनके द्वारा मांगे गए ब्यौरे उपलब्ध नहीं कराए हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह स्वाभाविक है कि किसी विभाग ने खर्च उठाया हो या किसी ने उन खर्चों को प्रायोजित किया हो। आपको (नरेंद्र मोदी) हमें आपके विभाग द्वारा किए गए खर्च की सूचना मुहैया करानी चाहिए या प्रायोजक का नाम बताना चाहिए।’ प्रजापति और ब्रह्मभट्ट ने कहा कि उन्हें मोदी से सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 12, 2012, 20:28