‘अग्निपथ की भूमिका कन्हैयालाल से प्रभावित’ - Zee News हिंदी

‘अग्निपथ की भूमिका कन्हैयालाल से प्रभावित’

नई दिल्ली : हालिया हिट फिल्म ‘अग्निपथ’ में मुनीम की भूमिका निभाने वाले कलाकार बिजेन्द्र काला का कहना है कि फिल्म में उनकी भूमिका पचास साठ के दशक के खलनायक कन्हैया लाल से प्रभावित थी।

 

फिल्म ‘आंखों देखी’ की शूटिंग के सिलसिले में दिल्ली आये बिजेन्द्र काला ने बताया, ‘अग्निपथ के निर्देशक करन मल्होत्रा ने मुझसे कहा कि मुझे फिल्म में अपने चरित्र के करीब पहुंचने के लिए खलनायक कन्हैयालाल के चरित्र के आसपास से गुजरना होगा तभी मैं अपने चरित्र के साथ न्याय कर पाउंगा। आज भी किसी फिल्म में यदि मुझे चरित्र अभिनेता का कोई रोल दिया जाता है तो मैं किसी न किसी पुराने अदाकार से प्रेरणा लेता हूं और उसे मौजूदा संदभरे में नया अर्थ देने की कोशिश करता हूं।’

 

मथुरा के ‘स्वास्तिक नाट्य मंडल’ में थियेटर से अपनी कला यात्रा शुरु करने वाले काला ने कहा कि उन्हें फिल्मों में जाने की प्रेरणा प्रख्यात साहित्यकार अमृतलाल नागर की पुत्री डा. अचला नागर से मिली जिनके साथ उन्होंने मथुरा रेडियो स्टेशन से रेडियो नाटक का काम शुरु किया था। कई नाटक करने के बाद डा. अचला नागर के पुत्र संदीपन नागर ने उन्हें अपनी फिल्म ‘सुबह होने तक’ में काम करने का मौका दिया जहां से उनका झुकाव फिल्मों की ओर होता गया।

 

बंबई आने के बाद काला ने फिल्म लेखन का काम शुरु किया और कई धारावाहिकों और फिल्मों के लिए लेखन किया। इस कड़ी में उन्होंने स्टार प्लस के लिए स्टार बेस्टसेलर, जी टीवी के लिए रिश्ते का लेखन किया। काला का कहना है कि उनकी पसंद गंभीर सिनेमा है और उनके मनपसंद कलाकारों में दिलीप कुमार, बलराज साहनी, के एन सिंह, कन्हैया लाल तथा नये अभिनेताओं में इरफान खान, पंकज कपूर, नसीरुद्दीन शाह शामिल हैं जो वास्तविकतापूर्ण अभिनय में यकीन करते हैं।

 

फिल्म को एकदम अलग विधा बताते हुए उन्होंने कहा कि थियेटर ने उन्हें डायलाग याद रखना सिखाया है और कैमरे के सामने खड़ा होने का आत्मविश्वास प्राप्त हुआ है। लेकिन थियेटर का अभिनय फिल्मों से एकदम अलग है। जहां फिल्मों में वास्तविकता का पुट होता है वहीं कहीं न कहीं थियेटर का अभिनय ‘लाउड’ होने की मांग करता है।

 

बिजेन्द्र काला ने अभी तक कई फिल्मों में चरित्र अभिनेता की भूमिका निभायी है जिनमें मेरे ब्रदर की दुल्हन, जब वी मेट, बंटी और बबली, हासिल, चरस ए ज्वायंट एफर्ट, चलो दिल्ली इत्यादि प्रमुख हैं। हालिया रिलीज हुई फिल्म पान सिंह तोमर में उन्होंने एक छोटे कस्बे के पत्रकार की भूमिका निभायी है जो पान सिंह का साक्षात्कार छापकर अखबारी दुनिया में बड़ा धमाका करना चाहता है।

 

उनकी आने वाली फिल्मों में प्रणाम वालेकुम, आहिस्ता. आहिस्ता, जन्नत.टू प्रमुख हैं। प्रणाम वालेकुम के पटकथा लेखन में भी उनका सहयोग है जिसमें वह एक आटा मिल मालिक की भूमिका भी निभा रहे हैं।  (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 11, 2012, 13:17

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