Last Updated: Saturday, November 5, 2011, 15:15
मुंबई : भूपेन हजारिका की लंबे समय तक साथी रहीं कल्पना लाजमी ने हजारिका के निधन के बाद उन्हें अद्वितीय शख्सियत बताया है। कल्पना ने हजारिका के निधन के बाद कहा, ‘वह अद्वितीय थे। हमें दूसरे हजारिका नहीं मिल सकते।’
उन्हें याद करते हुए कल्पना ने कहा, ‘मैंने अपने पिता, भाई, प्रेमी, पति, दोस्त, मार्गदर्शक और सलाहकार को खो दिया है। मेरा उनके साथ 29 साल से संपर्क था और आज वह चले गए।’’ हजारिका के संगीत वीडियो ‘अवर नॉर्थईस्ट, अवर स्टार’ के संगीतकार शांतनु मोइत्रा ने कहा, ‘उनका संगीत हमेशा लोगों के दिल और दिमाग में रहेगा।’
अभिनेता फारुक शेख ने हजारिका, गजल गायक जगजीत सिंह और अभिनेता शम्मी कपूर के निधन के संदर्भ में कहा, ‘हम कला के क्षेत्र में एक के बाद एक कई कलाकारों को खो रहे हैं। उन्होंने लोकसंस्कृति को बहुत कुछ दिया।’ गायिका उषा उत्थुप ने कहा, ‘रिकॉर्डिंग के दौरान हम स्टूडियो में बहुत समय साथ में बिताते थे। उनका शानदार व्यक्तित्व था।’ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी जाने-माने गायक और संगीतकार भूपेन हजारिका के निधन पर शोक व्यक्त किया।
भूपेन की आवाज के मुरीद थे अटलगायक और संगीतकार भूपेन हजारिका के असंख्य प्रशंसकों में एक नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी है। इस बात का पता 1990 के दशक के अंत में चला, जब हजारिका दिल्ली में रामलीला मैदान में एक कार्यक्रम में गाना गा रहे थे।
हजारिका के लंबे समय के साथी कमल कताकी ने बताया, ‘हम कार्यक्रम खत्म ही करने वाले थे, तभी एक व्यक्ति कागज का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर आया। इस पर हजारिका का लोकप्रिय गीत ‘मोई इती जाजाबोर’ लिखा था, जिसके नीचे वाजपेयी जी का नाम लिखा था।’’
कताकी ने बताया, ‘हजारिका ने वाजपेयी जी के आग्रह पर वह गीत गाया। इसके बाद जब हम उनसे मिले, तब उन्होंने बताया कि वह पहली पंक्ति में बैठे थे और गाना सुनने का इंतजार कर रहे थे।’ कताकी के मुताबिक वाजपेयी ने हजारिका से कहा, ‘वह गाना सुनने के लिए तड़प रहा था, इसलिए यह निवेदन भेजा।’
(एजेंसी)
First Published: Saturday, November 5, 2011, 23:12