Last Updated: Wednesday, September 5, 2012, 19:00

नई दिल्ली: नयी फिल्म की रिलीज के पहले मंदिरों और मजारों पर जाने की बॉलीवुड की सनक का बचाव करते हुए बिपाशा बसु ने कहा कि धर्म और अंधविश्वास फिल्म नगरी का हिस्सा है।
फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर और करीना कपूर ने फिल्म ‘हिरोइन’ का संगीत मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में लांच करने का फैसला किया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
धारावाहिकों की मलिका एकता कपूर ने उस समय विवाद को जन्म दे दिया जब उन्होंने अपनी फिल्म ‘क्या सुपरकूल हैं हम’ की रिलीज से पहले अजमेर शरीफ की यात्रा करने का फैसला किया। कुछ धार्मिक आकाओं ने आरोप लगाया कि वह अपनी वयस्क फिल्म के प्रसार के लिए पवित्र मजार का इस्तेमाल कर रही हैं।
बिपाशा ने कहा, ‘‘धर्म और अंधविश्वास हमारे देश का हिस्सा हैं और हमारे कारोबार में भी वह मौजूद हैं। हम लोग पूजा बहुत करते हैं। हर रिलीज से पहले हर कोई दरगाहों और मंदिरों में जाता है, जो कलाकार के एक और पक्ष को उजागर करता है। इसका यह मतलब नहीं है कि हम स्वार्थी लोग हैं। हम सिर्फ फिल्म की सफलता की मन्नत मांगते हैं। ऐसा करने में कुछ गलत नहीं है।’’ बिपाशा बसु अपनी फिल्म ‘‘राज-3’’ की रिलीज की तैयारी में हैं। इस फिल्म में वह काला जादू की जानकार बनी हैं।
फिल्म के प्रचार के लिए एक अनोखा तरीका अपनाते हुए बिपाशा ने हाल ही में मुंबई के आटो रिक्शा वालों को नींबू और मिर्ची बांटी।
इस बारे में बिपाशा का कहना है, ‘‘यह मजे के लिए है। नींबू मिर्ची हम सब लगाते हैं। यह बुरी बलाओं को भगाने का तरीका है। हर शनिवार मैं इसे खरीदकर अपनी कार में लगाती हूं। मेरी मां ने इसे एक परंपरा बनाया और उन्होंने मुझे भी ऐसा करने के लिए कहा। आटो रिक्शा में इसे लगाना फिल्म के प्रचार का अनोखा तरीका था।’’
First Published: Wednesday, September 5, 2012, 19:00