Last Updated: Friday, March 16, 2012, 18:43
नई दिल्ली/मुम्बई: केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को संसद में पेश वित्त वर्ष 2012-13 के आम बजट में फिल्मोद्योग को सिनेमैटोग्राफिक फिल्मों को रिकार्ड करने संबंधी कापीराइट पर सेवा कर से छूट प्रदान की है। इसके साथ ही पूरे बॉलीवुड में खुशी का माहौल है। फिल्मकारों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। निर्माता मुकेश भट्ट ने सरकार के इस फैसले पर प्रसन्नता जताई है तो फिल्मकार गोल्डी बहल ने इसे सकारात्मक समाचार बताया है।
कर के मुद्दे पर हड़ताल पर जाने की धमकी दे चुके बॉलीवुड की अब केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद ऐसी कोई योजना नहीं है। फिल्म प्रोड्यूसर्स' गिल्ड के उपाध्यक्ष भट्ट ने कहा, 'कोई हड़ताल नहीं होगी। मैं इस निर्णय से खुश हूं और इसके लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं। फिल्मोद्योग पर सेवा कर का भार नहीं होना चाहिए।' उन्होंने कहा कि फिल्मोद्योग को सेवा कर के दायरे से बाहर रखना वित्त मंत्री का सबसे अच्छा उपहार है।
फिल्मोद्योग ने केंद्र सरकार के सेवा कर में वृद्धि के फैसले के खिलाफ राष्ट्रव्यापी बंद की योजना बनाई थी। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) ने बंद का आह्वान किया था।
वैसे फिल्मोद्योग के कुछ लोगों की मुखर्जी से मुलाकात के बाद हड़ताल को बजट सत्र तक के लिए टाल दिया गया था।
बहल ने कहा, 'खुश हूं कि सरकार ने फिल्मोद्योग को सेवा कर से बाहर रखा है। फिल्मोद्योग के लिए यह एक सकारात्मक खबर है। अगर सेवा कर लगाया जाता तो निर्माताओं पर बोझ बहुत बढ़ जाता। मैं उम्मीद करता हूं कि फिल्मोद्योग, खासकर निर्माताओं पर बोझ को कम करने के लिए भविष्य में और पहल की जाएंगी।' (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 17, 2012, 00:14