Last Updated: Sunday, September 29, 2013, 18:02

नई दिल्ली : हाल में 1000वीं कड़ी का जश्न मनाने वाले जासूसी कार्यक्रम `सी.आई.डी.` के निर्माता बी.पी. सिंह कहते हैं कि उनके कार्यक्रम का एक अपना प्रारूप है। उनका कहना है कि यह कार्यक्रम टीवी पर आने वाले दूसरे सनसनीखेज कार्यक्रमों सरीखा नहीं बन सकता है।
सिंह ने कहा, "हम अपनी पहचान बनाए रखना चाहते हैं। हम `सावधान इंडिया` या `क्राइम पेट्रोल` जैसे नहीं बन सकते हैं। हम `सी.आई.डी.` ही बने रहेंगे।"
उन्होंने कहा कि अरसे से इस कार्यक्रम से जुड़े अभिनेता जैसे शिवाजी सत्यम और दयानंद शेट्टी अब मशहूर हो गए हैं। लेकिन कार्यक्रम में नए चेहरों के लिए भी जगह है।
उनका कहना है कि `सी.आई.डी.` का मकसद संपूर्ण मनोरंजन देना है, यह जारी रहेगा। सिंह ने कहा, "हमारे पास काल्पनिक कहानिया हैं। वे परिवारों को संपूर्ण मनोरंजन उपलब्ध कराती हैं। हम इसे गंवाएंगे नहीं।"
उन्होंने कहा, "मुझे सभी कहानियां याद नहीं हैं, लेकिन दर्शकों को याद हैं। अगर हम एक जैसी कहानियां दिखाएंगे तो दर्शक परेशान हो जाएंगे। यही वजह है कि हमारे पास युवा लेखकों की एक पूरी फौज है। हम नए विचारों पर चर्चा कर रहे हैं।" (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 29, 2013, 18:02