Last Updated: Friday, November 18, 2011, 07:27
नई दिल्ली : संयुक्त राष्ट्र संस्था यूनिसेफ की सद्भावना दूत और चर्चित पॉप गायिका शकीरा ने कहा है कि अपनी भारत यात्रा के दौरान भारतीय छात्राओं से मिलने के बाद वह खुद को तरोताजा महसूस कर रही हैं।
शकीरा ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि ‘झीलों की नगरी’ के नाम से मशहूर राजस्थान के उदयपुर शहर का उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सद्भावना दूत के तौर पर मंगलवार को दौरा किया था। इस दौरान वह वहां कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय गई और वहां पढ़ रही किशोरवय लड़कियों से मुलाकात की। इस स्कूल में गरीब घरों की लड़कियों के रहने और पढ़ने की व्यवस्था है।
उन्होंने कहा, ‘इन किशोरवय लड़कियों के साथ मुलाकात स्फूर्तिदायक और प्रेरणा देने वाली रही। यह मुलाकात मुझे एक बार फिर से इस बात की याद दिलाती है कि लड़कियां मानसिक और शारीरिक सामथ्र्य की मूल्यवान स्रोत हैं । एक ऐसा स्रोत जो समाज को आगे बढ़ने में मदद कर सकता है। उन्हें शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए मौका दिए जाने की जरूरत है।’ शकीरा ने माइक्रोब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर इस बात पर दुख जताया कि उदयपुर में 96 हजार बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं जिनमें करीब 60 प्रतिशत लड़कियां हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत में प्रगति हुई है फिर भी 14 से 17 साल की 40 प्रतिशत लड़कियां स्कूल नहीं जाती हैं।
उन्होंने लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयास किए जाने की जरुरत पर बल दिया। पॉप स्टार ने कहा, ‘बहुत बड़ी संख्या में लड़कियों को शिक्षा का मूलभूत अधिकार नहीं दिया जाता।’ गौरतलब है कि विश्व के करीब 20 प्रतिशत किशोर भारत में रहते हैं। भारत में करीब 24 करोड़ 30 लाख किशोर हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 18, 2011, 13:30