फिल्म निर्माण में गुणवत्ता से ध्यान हटा : फारूक

फिल्म निर्माण में गुणवत्ता से ध्यान हटा : फारूक

फिल्म निर्माण में गुणवत्ता से ध्यान हटा : फारूकमुंबई : फिल्म अभिनेता फारूक शेख ने कहा कि बॉलीवुड में इस समय फिल्म की सफलता उसके 100 करोड़ रुपए की कमाई के मानदंड से आंकी जाती है। इस प्रचलन ने फिल्म की गुणवत्ता से ध्यान हटा दिया है।

शेख ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर हम 100 करोड़ की कमाई के लक्ष्य को ध्यान में रखकर फिल्म बना रहे हैं तो यह निराशाजनक है। हमें इसकी बजाय फिल्म की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए ताकि अच्छी होने पर लोग इसे बार-बार देखें और याद रखें।’

उन्होंने कहा, ‘गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए ना कि इसपर कि फिल्म के 3,000 से अधिक प्रिंट जारी किए जाए और यह दो हफ्ते में 100 करोड़ कमा ले। अगर हम ऐसा सोचेंगे तो फिल्म की गुणवत्ता पर हमारा ध्यान ही नहीं जाएगा।’
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि ‘मदर इंडिया’ का निर्माण 1956 में हुआ था और आज 50 साल से अधिक समय के बाद भी यह फिल्म लोगों को आकषिर्त कर रही है।

शेख ने कहा, ‘सिनेमा मजेदार होना चाहिए, जो आपके साथ रह जाए। फिल्म 200 या 500 करोड़ कमाए तो ठीक है लेकिन फिल्म बनाने का केवल यही उद्देश्य नहीं होना चाहिए।’

दर्शकों की पसंद के साथ सिनेमा में आ रहे बदलाव पर शेख ने कहा, ‘मुझे हर तरह की फिल्में पसंद हैं और मैं चाहता हूं कि हर तरह की फिल्में सफल हों। अगर मुझे कोई शिकायत है तो वह दर्शकों से है। वह फिल्म देखने के लिए अपना समय और पैसे खर्च करते हैं, उन्हें गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए और ‘टाइम-पास’ फिल्म कहते हुए कोई भी फिल्म स्वीकार नहीं कर लेनी चाहिए।’

उन्होंने कहा,‘एक समझदार दर्शक अच्छे सिनेमा की जड़ होता है। ऐसा सिनेमा जो मनोरंजक और अर्थपूर्ण हो। सिनेमा का मतलब मनोरंजन है, मुख्यधारा की फिल्में बननी चाहिए लेकिन इन्हें अच्छा होना चाहिए।’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 3, 2013, 14:41

comments powered by Disqus