Last Updated: Thursday, October 11, 2012, 16:07

झांसी : बुंदेलखंड में महिलाओं और कमजोर वर्ग को प्रताड़ित करने वालों के छक्के छुड़ा देने वाली गुलाबी गैंग की मुखिया संपत पाल छोटे पर्दे के चर्चित कार्यक्रम `बिग बॉस 6` में नजर आ रही हैं, मगर उनकी पहचान लाठी उनसे दूर है।
बुंदेलखंड के बांदा और आसपास के इलाके में गुलाबी गैंग का अपना अलग ही रुतबा हैं। पीड़ितों की मदद में अफसरों की पिटाई से लेकर उनका जुलूस तक निकाल देना इस गैंग के लिए आम बात है। इस गैंग की मुखिया संपत पाल की पहचान हाथ में लाठी और गुलाबी साड़ी है।
वैसे तो बांदा-चित्रकूट इलाके की पहचान लंबे अरसे से डकैत प्रभावित इलाके के तौर पर है। ददुआ से लेकर ठोकिया ने आम आदमी को अपनी छाया में जीने को मजबूर किया है, मगर गुलाबी गैंग इनके ठीक उलट है। यह गैंग लोगों की हमदर्द के तौर पर अपनी पहचान बना चुकी है।
संपत पाल कहती रही हैं कि लाठी व गुलाबी साड़ी उनकी पहचान है और इसे वह छोड़ नहीं सकती, मगर छोटे पर्दे के कार्यक्रम में वह गुलाबी साड़ी या दीगर लिबास में तो नजर आ रही हैं, मगर उनके हाथ में लाठी नहीं है। इस कार्यक्रम में वह महिलाओं को ताकतवर बनने का संदेश देती जरूर नजर आती हैं। संपत की पहचान गुलाबी गैंग की मुखिया के तौर पर देश के विभिन्न हिस्सों के साथ कई दूसरे देशों में भी है।
बांदा जिले के कैरी गांव की संपत का विवाह रौली कल्याणपुर गांव के मुन्ना लाल पाल से हुआ। मुन्ना की चाय की दुकान थी। गैंग के नामकरण की भी अजीब कहानी है, संपत पाल व उसके साथियों ने महिलाओं के लिए साड़ी का कारोबार शुरू किया। एक बार गुलाबी साड़ी आई जिसे उन्होंने 125 रुपए प्रति साड़ी के हिसाब से सदस्यों को दिया और जब उन साड़ियों को पहनकर महिलाएं समूह में निकलीं तो उन्हें गुलाबी गैंग का नाम मिल गया।
यह गैंग तब सुर्खियों में आई जब एक सहयोगी महिला के पति को अतर्रा थाने की पुलिस ने बेवजह पकड़ लिया। इसकी जानकारी मिलने पर गुलाबी गैंग की सदस्य थाना परिसर में पहुंच गईं। विवाद बढ़ा तो गुलाबी गैंग ने थानेदार को पेड़ से बांध दिया। संपत पाल को कई बार जेल तक जाना पड़ा है। संपत पढ़ी तो पांचवीं तक हैं, मगर समझ अच्छे-अच्छों को मात देने वाली है। इस गैंग का अपने काम करने का तरीका निराला रहा है। लोगों की समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरना व अफसरों की खबर लेना गुलाबी गैंग की कार्यप्रणाली का हिस्सा बन गया है। संपत को सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ने से हुआ है, क्योंकि वह इस चुनाव में न केवल हारीं, बल्कि उनके कई साथी भी उनसे दूर हो गए।
संपत के `बिग बॉस` के घर में पहुंचने पर उनके प्रशंसक बेहद खुश हैं। प्रशंसकों को लगता है कि संपत वहां भी अपनी पहचान छोड़कर आएगी। दाता सतबोध साई कहते हैं कि संपत बिग बॉस में अपनी अलग ही छाप छोड़ेंगी और वहां भी सफलता उसके साथ होगी। उसके संघर्ष करने का प्रभाव वहां भी नजर आएगा और पूरा देश उसे देखेगा।
गुलाबी गैंग के संस्थापकों में से एक के. बी. खन्ना कहते हैं कि संपत सामान्य महिला नहीं है। उसमें विपरीत हालात से लड़ने का अलग ही जज्बा हैं। यही कारण है कि लंदन के गार्जियन अखबार ने तो दुनिया की 100 शक्तिशाली महिलाओं में संपत पाल को भी चुना था। `बिग बॉस` के इस संस्करण में हिस्सा लेने आया लगभग हर किरदार संपत पाल और उनकी गुलाबी गैंग से वाकिफ है। यह जानकर संपत भी चकित हैं। संपत इस छोटे पर्दे पर अपनी अलग छाप छोड़ेंगी यही बुंदेलखंड के लोग कामना भी कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 11, 2012, 16:07