भोजपुरी सिनेमा के 50 साल, ‘गंगा मैया..’ का प्रदर्शन

भोजपुरी सिनेमा के 50 साल, ‘गंगा मैया..’ का प्रदर्शन

भोजपुरी सिनेमा के 50 साल, ‘गंगा मैया..’ का प्रदर्शननई दिल्ली : भोजपुरी सिनेमा के 50 साल पूरे होने के मौके पर पहली भोजपुरी फिल्म ‘गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इबो’ का प्रदर्शन पटना में हाल ही में किया गया जो 1963 में फरवरी में ही रिलीज हुई थी।

भोजपुरी सिनेमा की उतार चढ़ाव वाली 50 साल की यात्रा पूरी होने के मौके पर दर्शकों को इसके इतिहास की झलक पेश करने के लिहाज से बिहार संगीत नाटक अकादमी और सिने सोसायटी, पटना ने संयुक्त रूप से 22 फरवरी को इस दुर्लभ फिल्म का प्रदर्शन पटना की प्रेमचंद रगंशाला में किया।

आयोजकों के अनुसार कार्यक्रम में करीब एक हजार दर्शक शामिल हुए जिसमें सभी आयु वर्ग के दर्शक थे।

फिल्मकारों और जानकारों ने भोजपुरी भाषा के सिनेमा के इतिहास के पन्ने पलटे जिसे बोलने वाले बिहार से लेकर मॉरीशस तक मौजूद हैं।

सिने सोसायटी, पटना के अध्यक्ष आर एन दास ने पीटीआई से कहा, ‘‘पहली भोजपुरी फिल्म दिग्गज अभिनेता नासिर हुसैन के अथक प्रयासों का ही परिणाम थी। हुसैन को जब 1960 के दशक की शुरूआत में पता चला कि तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद अपनी मातृभाषा में फिल्म देखना चाहते हैं तो उन्होंने इसी भाषा में फिल्म बनाने पर जोर दिया।’’

नासिर हुसैन को विश्वनाथ शाहबादी के रूप में निर्माता मिले और कुंदन कुमार से उनकी अचानक मुलाकात हुई जो बड़े पर्दे पर एक क्षेत्रीय भाषा के आविर्भाव का इतिहास लिखने जा रहे थे। (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 24, 2013, 14:00

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