Last Updated: Saturday, September 15, 2012, 15:48

नई दिल्ली : प्रसिद्ध अभिनेता ऋषि कपूर को रणबीर कपूर द्वारा चुनी जा रही चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं पर गर्व तो है लेकिन अभी भी उन्हें अपने बेटे के प्रदर्शन में कुछ खामियां नजर आती हैं।
ऋषि कपूर ने कहा, मुझे गर्व है कि वह चुनौतियां स्वीकार करता है। लेकिन मुझे एक अभिनेता के तौर पर रणबीर की फिल्में पसंद नहीं आतीं क्योंकि मुझे उनमें खामियां दिखाई देती हैं। 60 वर्षीय ऋषि कपूर को सिनेमा उद्योग में 40 साल हो चुके हैं। ऋषि कहते हैं कि वे और उनकी पत्नी नीतू सिंह रणबीर के कॅरियर में कोई दखल नहीं देते।
ऋषि ने कहा, वह अपने फैसले खुद लेता है और हम कभी उसके फैसलों में दखल नहीं देते। फिल्मों में काम शुरू करते समय रणबीर ने अपनी मां से कहा था कि वह ऐसे किरदार निभाना चाहता है जो उसकी उम्र के लड़के असली जीवन में करते होंगे। रणबीर ने ‘रॉकस्टार’ और हाल ही में प्रदर्शित हुई फिल्म ‘बर्फी’ में अपने अभिनय से सभी को प्रभावित किया है। ‘बर्फी’ में रणबीर एक गूंगे और बहरे व्यक्ति का किरदार निभा रहे हैं।
अपने बारे में ऋषि कहते हैं कि वे बचपन से ही एक अभिनेता बनना चाहते थे। वह बताते हैं कि जब वह छोटे थे तो शशि कपूर उन्हें कहा करते थे कि तुममें अभिनेता बनने के लक्षण हैं। वह ऐसा इसलिए कहते थे क्योंकि मैं जब भी रोया करता था, तो शीशा जरूर देखते रहता था।
उन्होंने कहा, इसके साथ ही फिल्मी पृष्ठभूमि में पले बड़े होने के कारण मैं अपने परिवार के बड़े लोगों के नक्शेकदम पर ही चला। ऋषि कपूर ने राजकपूर की फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में एक बाल कलाकार के रूप में अपनी पहली फिल्म की थी जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। इनके कॅरियर को नई उंचाई 1973 में आई ‘बॉबी’ फिल्म से मिली।
हालांकि ऋषि कहते हैं कि यह फिल्म उन्हें बतौर अभिनेता लॉन्च करने के लिए नहीं बल्कि ‘मेरा नाम जोकर’ के कर्ज चुकाने के लिए बनाई गई थी। जल्दी ही ऋषि करण जौहर की अगली फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ में दिखाई पड़ेंगे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 15, 2012, 15:19