Last Updated: Tuesday, October 9, 2012, 18:34

गया : मोक्षधाम के रूप में चर्चित बिहार के गया जिला के विष्णुपद मंदिर के समीप फल्गू नदी किनारे बने घाट पर आज समाज सेवी सुरेश नारायण ने दिवंगत सुपर स्टार राजेश खन्ना, आजाद हिंद फौज की महिला कैप्टन लक्ष्मी सहगल, चांद पर पहला कदम रखने वाले नील आर्म स्ट्रांग और डेयरी आंदोलन के प्रणेता वर्गीज कुरियन सहित कई अन्य चर्चित लोगों तथा दुर्घटनाओं में मरे अनाम लोगों का आज पिंडदान किया।
मोक्षधाम के रूप में चर्चित गया जिला में इन दिनों जारी पितृपक्ष मेला में देश-विदेश आए लोग जहां अपने-अपने पितरों की आत्मा की शांति एवं उन्हें मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान, श्राद्ध और तर्पण कर रहे हैं वहीं गया निवासी और समाज सेवी सुरेश नारायण हर साल बाढ वष्रा तथा अन्य प्राकृतिक व मानवजन्य आपदाओं तथा विभिन्न दुर्घटनाओं में मारे गये व्यक्तियों की आत्मा की शांति के लिये पिंडदान श्राद्ध एवं तर्पण करते हैं।
फल्गू नदी के तट पर अवस्थित देवघाट के प्रांगण में नारायण ने आज जगतगुरु स्वामी राघवाचार्यजी महाराज के निर्देशन में दिवंगत सुपर स्टार राजेश खन्ना, आजाद हिंद फौज की महिला कैप्टन लक्ष्मी सहगल, चांद पर पहला कदम रखने वाले नील आर्म स्ट्रांग और डेयरी आंदोलन के प्रणेता वर्गीज कुरियन सहित कई अन्य चर्चित लोगों और दुर्घटनाओं में मरे अनाम लोगों का आज पिंडदान किया।
नारायण ने इसके अतिरिक्त दिवंगत अभिनेता दारा सिंह, ए के हंगल, जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता शकील अहमद खान, आदर्शवाद कस्टम अधिकारी दयाशंकर, मानेसर मारूती कारखाना में जिंदा जलाए गए महाप्रबंधक (एचआर) अविनाश कुमार देव और केरल पुलिस की कथित बर्बरता का शिकार दिवंगत सतनाम सिंह मान का पिंडदान किया। इसके अलावा नारायण ने इरान में भूकम्प में मरे लोग, रूस में बाढ में डूबे लोग और अमेरिका के विस्कोन्सिन स्थित गुरूद्वारा गोलीकांड में मरे लोग का पिंडदान किया।
समाजसेवी सुरेश नारायण नारायण ने छेडखानी की शिकार हुई बिहार के सीतामढी जिला की कंचन बाला जिसने आत्महत्या कर ली थी, जहानाबाद जिला में विषाक्त सत्तू खाकर मरे दस मजदूर, बिहार में मस्तिष्क ज्वर से मरे बच्चों, देश में विभिन्न सडक दुर्घटनाओं में मरे तीर्थयात्रियों, असम के कोकराझार में जातीय हिंसा में मरे लोग और तमिलनाडू एक्सप्रेस ट्रेन में आगलगी में मरे यात्रियों का भी पिंडदान किया। हरेक साल की भांति इस वर्ष भी नारायण ने पिछले एक वर्ष के दौरान शहीद हुए सैनिकों एवं पुलिसकमिर्यों का भी पिंडदान किया।
नारायण वर्ष 2001 से ही ऐसे लोगों का श्राद्ध और पिंडदान करते आ रहे हैं जिनसे न तो कई उनका रिश्ता है और न कोई वास्ता। दूसरों के पितरों का श्राद्ध एवं पिंडदान क्यों करते हैं इसबारे में पूछे जाने पर नारायण का कहना है कि मृत आत्मायें अपनी मुक्ति के लिये पितृपक्ष के दौरान गयाधाम में विचरण करती हैं। कई बार मृतकों के परिजन गया में ऐसी अतृप्त मृत आत्माओं का पिंडदान और श्राद्ध आदि कर्म नहीं कर पाते और ऐसे ही लोगों को वे अपना पितृ मानते हुये पुत्रभाव के साथ उनका सामूहिक तौर पर श्राद्ध और पिंडदान करते हैं।
गत वर्ष उन्होंने मशहूर चित्रकार फिदा हुसैन और प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक भीमसेन जोशी, वरिष्ठ पत्रकार कन्हैया लाल नंदन, ज्योतिर्मय डे (जेडे) एवं पाकिस्तान के पत्रकार सैयद सलीम शहजाद, गंगा रक्षा अभियान में जान गंवाने वाले निगमानंद और महराष्ट्र में तेल माफिया द्वारा जिंदा जलाए गए नासिक के एडीएम यशवंत सोनावाणे का पिंडदान किया।
वह पूर्व में गुजरात भूकम्प, सुनामी, नासिक कुंभ मेले में मची भगदड में मरे लोग, बिहार के औरंगाबाद जिला के रफीगंज में हुई राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटना, अक्षरधाम मंदिर आतंकवादी हमले और कुंभकोणम अनिकांड में मरे लोगों तथा अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला, शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्ला खान सहित अनगिनत लोगों का अबतक पिंडदान और श्राद्ध कर चुके हैं।
गया जिला निवासी सुरेश नारायण ने वर्ष 2007 में समझौता एक्सप्रेस दुर्घटना व हैदराबाद बम विस्फोट कांड, बाढ एवं वष्रा, सडक दरुाटनाओं आदि में मारे गये निर्दोष लोगों, देश के लिये अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों, बिहार के गया जिला निवासी और माउंटेन मैन के नाम से चर्चित दशरथ मांझी उर्फ दशरथ बाबा तथा वैशाली जिले में मारे गये 10 संदिग्ध चोरों की आत्मा की शांति के लिये उन्होंने पिंडदान किया था। नारायण ने वर्ष 2008 में मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर में आतंकवादी घटनाओं (विस्फोट) में मारे गए लोगों, देश में शहीद हुए पुलिसकर्मी और सैनिक, बिहार में कोसी नदी में आयी जलप्रलय में मारे गए, चीन भूकंप में मारे गए लोगों, माकपा के पूर्व महासचिव सुरजीत सिंह, अरूषी एवं हेमराज, और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो का पुत्र बनकर उनका पिंडदान किया था।
वर्ष 2009 में नारायण ने मुंबई हमले में मारे गए लोगों, देश के लिए बलिदान देने वाले शहीद सैनिकों, शास्त्रीय गायिका गंगूबाई हंगल और मुस्लिम धार्मिक नेता सैयद अैदुल्ला बुखारी और पॉप गायक माईकल जैकसन का पिंडदान किया था।
नारायण ने वर्ष 2010 में पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसू, आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस आर रेड्डी सहित कई सुनाम और अनाम लोगों का पिंडदान किया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या कोई व्यक्ति दूसरों के पितरों के लिये पिंडदान कर सकता है जगत गुरु स्वामी राघवाचार्य ने बताया कि गया क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति के नाम से किये गये पिंडदान से पितरों को मोक्ष मिलता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 9, 2012, 18:34