Last Updated: Tuesday, March 6, 2012, 04:21
नई दिल्ली: जिम्मी शेरगिल की प्रमुख भूमिका वाली निर्माणाधीन फिल्म 'वाल्मीकि की बंदूक' को लेकर अभी से विवाद होता दिख रहा है। हरियाणा के वाल्मीकि समाज ने फिल्म के नाम पर आपत्ति दर्ज की है। हालांकि फिल्म के निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने कहा है कि उनकी फिल्म का भगवान वाल्मीकि से कोई लेना देना नहीं है और यदि जरूरत महसूस हुई तो वह फिल्म का नाम बदलने को तैयार हैं।
वाल्मीकि समाज के महासचिव राजकुमार ने आईएएनएस से फोन पर बातचीत में कहा, 'हमने अखबारों में इस फिल्म के बारे में पढ़ा। हमें फिल्म के नाम पर आपत्ति है।'
उन्होंने कहा, 'वाल्मीकि हमारे गुरु हैं। हम उनकी पूजा करते हैं। उन्होंने रामायण की रचना की। ऐसे में कोई उनके नाम के साथ बंदूक को कैसे जोड़ सकता है। हम फिल्म के निर्देशक से आग्रह करना चाहेंगे कि वह इसका नाम बदलें।'
उत्तर प्रदेश की बंदूक संस्कृति पर व्यंग्य पर आधारित 'वाल्मीकि की बंदूक' की शूटिंग चम्बल घाटी में की जाएगी। 'वाल्मीकि की बंदूक' के साथ धूलिया क्रिएटिव डायरेक्टर के रूप में जुड़े हैं, वहीं उनके सहायक करण भूटानी इस फिल्म का निर्देशन करेंगे।
भूटानी ने एक बयान जारी कर कहा, फिल्म 'वाल्मीकि की बंदूक' बुंदेलखण्ड के गांव रामसराय के एक प्यारे से लड़के राधेश्याम वाल्मीकि पर आधारित है। फिल्म में वास्तविक दुनिया से उसके ताल्लुकात की कहानी दर्शाई गई है, जो कड़वी सच्चाई पर आधारित है। फिल्म का भगवान वाल्मीकि से कोई ताल्लुक नहीं है।
उन्होंने कहा, 'भगवान वाल्मीकि संत थे और बड़े विद्वान थे। हम सब उनका आदर करते हैं। यदि फिल्म के नाम से किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो हम उसके लिए क्षमा मांगते हैं। साथ ही हम फिल्म और चरित्र का नाम बदलने को भी तैयार है। हम ईमानदारी से एक वास्तविक फिल्म बना रहे हैं और किसी भी समुदाय की भावना को ठेस पहुंचाने का हमारा कोई इरादा नहीं है।'
'वाल्मीकि की बंदूक' का निर्माण विदिशा प्रोड्क्शंस कर रहा है। कलाकारों के नाम पर अंतिम निर्णय होने के बाद फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 6, 2012, 10:21