Last Updated: Friday, May 17, 2013, 00:05
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसीमुम्बई : बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से तय समय सीमा का पालन करते हुए गुरुवार को यहां टाडा अदालत के समक्ष सरेंडर कर दिया। वह 1993 के मुम्बई बम विस्फोटों के मामले में शस्त्र अधिनियम के तहत 42 महीने की अपनी शेष सजा काटेंगे। कोर्ट ने जेल में रहने के दौरान बॉलीवुड अभिनेता को दवा, घर का बना खाना, पंखा, गद्दा और तकिया रखने की अनुमति दे दी है।
53 वर्षीय अभिनेता को अपने साथ श्रीमद्भगवद्गीता, रामायण एवं हनुमान चालीसा की प्रतियों के अलावा दंतमंजन, शैम्पू, चप्पल, कुर्ता, पायजामा और मच्छर भगाने के रसायन ले जाने की भी अनुमति दी गई है। बहरहाल टाडा के न्यायाधीश जी.ए. सनप ने इलेक्ट्रानिक सिगरेट रखने के दत्त के आग्रह को ठुकरा दिया (वह चेन स्मोकर हैं) है। न्यायाधीश ने उन्हें धूम्रपान छोड़ने की सलाह दी है।
अपनी पत्नी मान्यता, बहन और कांग्रेस सांसद प्रिया दत्त एवं बहनोई ओवेन रॉनकोन और फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ संजय दत्त गुरुवार दोपहर बाद टाडा अदालत पहुंचे। उन्होंने अपने माथे पर लाल रंग का तिलक लगा रखा था। दत्त के टाडा अदालत पहुंचते ही उनके सरेंडर करने की औपचारिकताएं शुरू हो गईं। अदालत ने दत्त की पहचान के लिए प्रक्रिया शुरू की। उनकी दोषसिद्धि को हाल में सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा था।
सफेद कुर्ता और जीन्स पहने दत्त ने बांद्रा के पाली हिल स्थित इंपीरियल हाइट्स इमारत के बाहर अपनी कार में बैठने से पहले हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया। दत्त का वाहन जैसे ही अदालत के नजदीक पहुंचा, प्रेस फोटोग्राफरों सहित लोगों ने उसे घेर लिया। दत्त को औपचारिकताएं पूरी करने के लिए आर्थर रोड जेल भेजा गया जहां कई घंटे लग गए। उन्हें जल्द ही पुणे के यरवदा जेल में स्थानांतरित किया जाएगा। दत्त के अलावा चार अन्य दोषियों इशा मेमन, करसी अदजानिया, यूसुफ नलवाला और अल्ताफ शेख ने भी गुरुवार को सरेंडर किया।
बांद्रा के पाली हिल स्थित दत्त के आवास के बाहर पुलिस ने कड़ी चौकसी रखी जहां सुबह से ही बड़ी संख्या में प्रशंसक इकट्ठा हो गए थे। उनकी जिंदगी पर खतरे के मद्देनजर अदालत परिसर में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। दत्त ने अदालत को पहले बताया था कि कट्टरपंथी ताकतों से उनकी जिंदगी को खतरा है वहीं आर्थर रोड जेल को एक अनाम खत मिला था जिसमें कहा गया था कि अगर उन्हें वहां रखा जाता है तो उनको नुकसान हो सकता है।
अभिनेता न्यायाधीश के सामने झुके और इसके बाद उनसे नाम पूछा गया। इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘संजय सुनील दत्त।’ उनसे पूछा गया कि वह कितने समय जेल में रहे (1993 में गिरफ्तारी के बाद) तो उन्होंने जवाब दिया, ‘551 दिन जेल में, सर।’ दत्त के वकील ने अदालत से आग्रह किया कि परिवार के सदस्यों को नियमित रूप से उनसे मिलने दिया जाए। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि अभिनेता को जेल में कठोर कार्य नहीं दिए जाएं। वकील ने कहा कि अभिनेता सुप्रीम कोर्ट में उपचारात्मक याचिका दायर करने की योजना बना रहे हैं।
First Published: Friday, May 17, 2013, 00:05