Last Updated: Saturday, April 14, 2012, 10:35
मुम्बई : निर्देशक दिबाकर बनर्जी की फिल्में अलग शैली की होती हैं और उन्हें हमेशा आलोचकों की प्रशंसा मिलती है। वैसे दिबाकर कहते हैं कि उनका मकसद हमेशा से व्यावसायिक सफलता हासिल करना रहा है।
'खोसला का घोसला', 'ओय लकी! लकी ओय!' व 'लव सेक्स और धोखा' जैसी फिल्में बना चुके 42 वर्षीय दिबाकर ने यहां कहा, मैं अपनी पहली फिल्म बनाने के समय से ही व्यावसायिक क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा हूं।
उन्होंने कहा, मैंने अपनी सभी फिल्मों से लाभ कमाने की कोशिश की और विश्वास करें कि मैं फिल्म निर्माण के अलावा अन्य कोई काम नहीं करता। इसलिए मेरे पास जो भी पैसा है वह मेरी फिल्मों से ही मुझ तक आया है। इसलिए मैंने मेरी फिल्म 'खोसला का घोसला' आने के समय से ही एक व्यवसायिक फिल्मकार होना बेहतर समझा।
दिबाकर की अगली फिल्म 'शंघाई' आठ जून को प्रदर्शित होने जा रही है। इसमें इमरान हाशमी, अभय देओल व काल्की कोचलिन ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, April 14, 2012, 16:05