Last Updated: Friday, August 3, 2012, 16:34

मुंबई: इस समय सौ करोड़ रूपए से अधिक की कमाई करने वाली फिल्मों को बॉलीवुड में सफलता का मापदंड माना जा रहा है, लेकिन फिल्मकार करण जौहर इस बात से सहमत नहीं दिखते। वह लंबे समय तक याद रखी जाने वाली फिल्मों को ही सफल मानते हैं।
फिल्मकार ने कहा, ‘मैं नहीं जानता कि हम क्यों फिल्मों की सफलता को सौ करोड़ की कमाई से आंक रहे हैं । लेकिन अंतत: लंबे समय तक याद की जाने वाली फिल्में की सफल मानी जाएंगी और यह जरूरी नहीं कि सौ करोड़ की कमाई का आंकड़ा छूने वाली हर फिल्म लंबे समय तक याद की जाए।’ उन्होंने कहा, ‘सौ करोड़ का आंकड़ा हासिल करना अच्छी बात है, लेकिन सिर्फ कमाई के आधार पर तो कोई फिल्म छोटी या बड़ी नहीं हो सकती।’
इससे पहले अच्छी कहानी के साथ अच्छे संगीत को बॉलीवुड में सफलता के लिए जरूरी माना जाता था। सालों पहले ‘सिल्वर जुबली’ को सफलता का पैमाना माना जाता था, लेकिन आज चीजें बदल चुकी हैं ।
उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि फिल्मों के व्यवसाय में उसका लंबे समय तक याद किया जाना ही सबकुछ है । पचास साल पहले के महान फिल्मकारों को हम उनकी फिल्मों और सिनेमा में उनके योगदान के लिए जानते हैं ।’ दो साल के अंतराल के बाद जौहर फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से निर्देशन में वापसी कर रहे हैं । इस फिल्म में तीन नए चेहरे हैं - महेश भट्ट और सोनी राजदान की बेटी आलिया भट्ट, फिल्मकार डेविड धवन के बेटे वरुण धवन और सिद्धार्थ मल्होत्रा । इस फिल्म के सहनिर्माता जौहर के दोस्त शाहरुख खान हैं । यह फिल्म 19 अक्तूबर को रिलीज होने की संभावना है। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 3, 2012, 16:34