Last Updated: Monday, October 10, 2011, 13:44
वाशिंगटनः क्या आप अच्छे स्वास्थ्य के बारे में सोचते हैं. अगर ऐसा है तो आप में स्मृतिलोप (डिमेन्शिया) का जोखिम काफी कम हो जायेगा. फ्रांस में यूनिवर्सिटी आफ बोर्देक्स 2 के अनुसंधानकर्ताओं के एक दल ने पाया कि जो लोग अपने को कमजोर समझते हैं बाद में जाकर उनमें डिमेन्शिया का जोखिम बढ जाता है.
लाइवसाइंस ने अध्ययन के लेखक क्रिस्टोफन जोरियो के हवाले से कहा कि जो लोग अपने को कमजोर श्रेणी में मानते हैं उनमें यह जोखिम 70 प्रतिशत तक अधिक होता है.पत्रिका न्यूरोलाजी में प्रकाशित अध्ययन के शुरू में 65 साल अथवा उससे अधिक उम्र के 8000 से अधिक लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी. अगले साल में उनमें से उन 618 लोगों में डेमेन्शिया के लक्षण थे जो कमजोर खुद को मानते थे.
जोरियो के अनुसार ‘‘ हम जानते हैं कि व्यापक सामाजिक नेटवर्क और सामाजिक गतिविधियां डेमेन्शिया के जोखिम को कम करने से जुड़ी हैं. ’’
(एजेंसी)
First Published: Monday, October 10, 2011, 21:20