Last Updated: Monday, August 12, 2013, 13:20

वाशिंगटन : इंसान का वफादार साथी कहा जाने वाला कुत्ता अब महिलाओं में गर्भाशय के कैंसर का भी 100 फीसदी सटीक ढंग से पता लगा सकता है। एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है। शोधकर्ताओं के अनुसार लैब्राडोर प्रजाति के ओहलिन फै्रंक नामक कुत्ते को रसायनिक यौगिक के जरिए इस तरह से प्रशिक्षित किया गया कि वह गर्भाशय के कैंसर के उत्तकों का 100 फीसदी पता लगाने में सक्षम हो गया।
फ्रैंक और उसके साथी मैकबैनी चम्बरलैन नामक दूसरे कुत्ता को यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवानिया की प्रयोगशाला में प्रशिक्षित किया गया है। ये कुत्ते समय रहते बीमारी का पता लगा सकते हैं।
ये कुत्ते उन 15 कुत्तों की प्रजाति के हैं जिन्हें विस्फोटकों, मादक द्रव्य और लापता लोगों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। शोधकर्ता कुत्तों की सूंघने की प्रबल क्षमता का इस्तेमाल कर गर्भाशय के कैंसर के शुरूआती चरण का पता लगाने में मदद ले रहे हैं।
‘पेन वेट’ की संस्थापक और कार्यकारी निदेशक सिंथिया एम ओतू ने कहा कि इन कुत्तों को दो साल के विशेष प्रशिक्षण के दौरान इस तरह से तैयार किया जा सकता है कि गर्भाशय के कैंसर का पता लगाने के लिए किफायती जांच की व्यवस्था बनाई जा सकती है। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 12, 2013, 13:20