Last Updated: Monday, March 26, 2012, 12:15
शिकागो : दिनभर में मुट्ठीभर किशमिश और सोयाबीन को अपने आहार का हिस्सा बनाकर उच्च रक्तचाप से बचा जा सकता है, जो दिल की बीमारी का सबब है। हृदय रोग पर अमेरिका में हुए एक महत्वपूर्ण सम्मेलन में पेश किए गए दो अध्ययनों में यह बात कही गई है।
अमेरिकन कालेज आफ कार्डियोलॉजी कांफ्रेंस में पेश किए गए अध्ययनों में से एक में कहा गया है कि दिन में तीन बार मुट्ठीभर किशमिश चबाने से रक्तचाप में कमी देखी गई है। ब्लडप्रेशर पर किशमिश के असर के अपनी तरह के इस पहले परीक्षण में 46 लोगों को शामिल किया गया, जिनका रक्तचाप सामान्य से कुछ अधिक था और जिन्हें उच्च रक्तचाप की शिकायत होने का खतरा था।
इन लोगों का रक्तचाप 120-80 से 139-89 मापा गया, जो सामान्य से कुछ अधिक था। इन लोगों के आहार में नियमित रूप से किशमिश को शामिल करने पर इनके रक्तचाप में 12 हफ्ते में कमी दर्ज की गई और रक्तचाप सामान्य हो गया।
अनुसंधानकर्ता फिलहाल निश्चित रूप से यह नहीं बता पा रहे हैं कि किशमिश बढ़ते रक्तचाप को कम करने में इतने अच्छे ढंग से सफल कैसे हो पाती है, लेकिन उन्हें लगता है कि किशमिश में पोटेशियम होता है, जो रक्तचाप को कम करने में मददगार होता है। एक अन्य अध्ययन के अनुसार सोयाबीन को अपने आहार का नियमित हिस्सा बनाने से भी रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है।
18-30 वर्ष की आयु के 5100 श्वेत और अफ्रीकी अमेरिकी लोगों पर किए गए अध्ययन के अनुसार प्रतिदिन सोयाबीन के पनीर, मूंगफली और ग्रीन टी को अपने भोजन का हिस्सा बनाने वाले लोगों के रक्तचाप में कमी दर्ज की गई। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 26, 2012, 13:05