Last Updated: Saturday, March 23, 2013, 21:18
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोनई दिल्ली : गर्भावस्था में शारीरिक बदलावों के दौरान महिला की त्वचा पर भी काफी असर पड़ता है। इन दिनों कई महिलाओं के चेहरे और शरीर की त्वचा बदरंग और धब्बेदार हो जाती है तो कई महिलाओं की त्वचा में इस दौरान एक खास तरह की चमक भी आ जाती है। गर्भावस्था में त्वचा के रंग में बदलाव आने की मूल वजह शरीर में रक्त संचार का घटना-बढ़ना, गर्भावस्था में शरीर में एस्ट्रोजन की मात्रा में असंतुलन होना होता है जिसकी वजह से कई महिलाओं के चेहरे पर दाने, मुंहासे या अन्य और कई तरह की समस्याएं आ जाती हैं।
इसके लिए गर्भावस्था के दौरान सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए क्योंकि इन दिनों त्वचा बेहद संवेदनशील हो जाती है जिसे सूर्य की घातक अल्ट्रावायलेट किरणें रूखा और बेजान बना देती हैं। इसके कारण त्वचा पर झुर्रियां पड़ जाती हैं। अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी त्वचा के कोमल तंतुओं को नष्ट कर देती हैं जिससे त्वचा कैंसर होने का भी खतरा रहता है। गर्भावस्था के दौरान त्वचा काफी तैलीय हो जाती है। इसलिए इन दिनों त्वचा की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
यदि त्वचा की साफ-सफाई ढंग से न की गई तो रोम छिद्रों में गंदगी फंसने से त्वचा मैली दिखती है। साथ ही इससे संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इन दिनों त्वचा की साफ-सफाई के लिए नियमित रूप से उपयुक्त क्लींजर का इस्तेमाल करें। मुलायम स्क्रब के जरिए भी त्वचा की नियमित सफाई की जा सकती है।
First Published: Saturday, March 23, 2013, 21:18