Last Updated: Monday, September 3, 2012, 14:14
वाशिंगटन : वैज्ञानिकों ने ऐसी जीन थरेपी विकसित की है जिसकी मदद से जन्म से ही सूंघने की क्षमता खो चुके लोगों को लाभ हो सकता है क्योंकि इससे उनकी खो चुकी घ्राणक्षमता वापस लाई जा सकती है।
मिशिगन विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए गए इस उपचार में जीन थरेपी के प्रयोग से सिलिया नामक कोशिकीय संरचनाएं दोबारा से विकसित की जाती हैं। ये कोशिकाएं सूंघने की क्षमता के लिए जरूरी हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन डेफनेस एंड अदर कम्यूनिकेशन डिसऑडर्स के निदेशक जेम्स एफ बैटी कहते हैं, ये परिणाम जन्म से ही सूंघने की शक्ति से वंचित लोगों का उपचार करने की पहली थरेपी तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके जरिए सिलिया की विसंगति से दूसरे अंगों में पैदा होने वाली बीमारियों की भी थरेपी संभव है। इनमें से कुछ बीमारियां ऐसी हैं जो उपचार न किए जाने पर घातक हो सकती हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 3, 2012, 14:14