शराब के सेवन से दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव

शराब के सेवन से दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव

शराब के सेवन से दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव
वॉशिगटन : अधिक शराब पीने वालों को लेकर कार दुर्घटनाओं और घरेलू हिसा का खतरा होता है, बल्कि अल्कोहल उनके दिमाग पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे उन्हें सदमे से उबरने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

यह बात अमेरिका में हुए एक शोध से सामने आई है। यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना स्कूल ऑफ मेडिसिन में औषधि विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर थॉमस काश ने कहा कि सदमे वाली घटनाओं पर लोग किस तरह प्रतिक्रिया देते हैं, इसकी विस्तृत श्रृंखला है।

`नेचर न्यूरोसाइंस` जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, काश ने कहा कि हम सदमे से उबरने पर काम कर रहे हैं, जिसमें यह कहा जा सके कि `अब यह खतरनाक नहीं।` हमारा शोध दर्शाता है कि अधिक मात्रा में अल्कोहल लेना मस्तिष्क के भावनात्मक केंद्र को नियंत्रित करने की संज्ञानात्मक केंद्र की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।

नॉर्थ कैरोलिना के वक्तव्य के अनुसार, काश के साथ शोध करने वाले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन एल्कोहल एब्यूज एंड अल्कोहलिज्म के वैज्ञानिक एंड्रयू होम्स ने कहा, "अधिक शराब पीने से सदमे से उबरने की मस्तिष्क की क्षमता प्रभावित हो सकती है और इससे पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (पीएसटीडी) का खतरा बढ़ जाता है।

शोधकर्ताओं ने करीब एक महीने पर चूहों के समूह पर अध्ययन के बाद यह निष्कर्ष निकाला। चूहों के एक समूह को अधिक मात्रा में शराब दिया गया था, जबकि एक अन्य समूह को अल्कोहल नहीं दिया गया था। इसके बाद शोधकर्ताओं ने सभी चूहों को बिजली के तार से हल्के झटके देकर एक विशेष टोन से डरने का प्रशिक्षण दिया। शोधकर्ताओं ने जब बिजली के झटके दिए बगैर कई बार टोन बजाए तो वे चूहे नहीं डरे, जिन्हें अल्कोहल नहीं दिया गया था, जबकि जिन चूहों को अल्कोहल दिया गया था, वे बिजली का शॉक रुकने के बावजूद डरते रहे। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, September 4, 2012, 08:46

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