सात घंटे सोने वाली महिलाओं की तेज होती है याददाश्त

सात घंटे सोने वाली महिलाओं की तेज होती है याददाश्त

सात घंटे सोने वाली महिलाओं की तेज होती है याददाश्तलंदन : रात को नौ घंटे की नींद लेने वाली महिलाओं के मुकाबले सात घंटे की नींद लेने वाली अधेड़ महिलाओं की स्मरण शक्ति और एकाग्रता शक्ति अधिक बेहतर होती है। वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में यह दावा किया है।

समाचार पत्र ‘डेली मेल’ के मुताबिक अमेरिकी शोधकर्ताओं ने अपने एक नए शोध में पाया है कि रात को नौ घंटे की नींद लेने वाली महिलाओं के मुकाबले सात घंटे की नींद लेने वाली अधेड़ महिलाओं की याददाश्त कहीं अधिक तेज होती है। जबकि पांच घंटे से कम की नींद लेने वाली महिलाएं भी परेशानियों का सामना करती हैं।

वैज्ञानिकों का मानना है कि जो अधेड़ महिलाएं रात को केवल सात घंटे की ही नींद लेती हैं उनके दिमाग के बूढ़े ने या कमजोर पड़ने की प्रक्रिया और दो साल के लिए टल जाती है । लेकिन जो महिलाएं अधिक सोती हैं या पांच घंटे से भी कम की नींद लेती हैं उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

पूर्व में इस दिशा में किए गए शोधों से यह पता चला था कि रात में सात घंटे से अधिक की नींद लेने से वजन बढ़ता है और साथ ही दिल संबंधी बीमारियों एवं मधुमेह का खतरा भी मंडराने लगता है लेकिन यह पहला शोध है जिसमें नींद को एकाग्रता संबंधी समस्याओं से जोड़ा गया है।

कनाडा के वेंकूवर में अलजाइमर्स एसोसिएशन इंटरनेशनल कांफ्रेंस में पेश की गई शोध रिपोर्ट में 70 साल से अधिक उम्र की 15 हजार महिलाओं पर पांच साल से अधिक समय तक शोध किया गया। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, July 17, 2012, 14:51

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