Last Updated: Saturday, August 11, 2012, 22:46

वाशिंगटन : महिलाओं के स्वास्थ्य पर किए गए एक नये अध्ययन के मुताबिक माइग्रेन से सिर्फ बर्दाश्त न करने लायक सिरदर्द होता है और यह हमारी बोध क्षमता से जुड़ा हुआ नहीं है। ब्रीघम एंड वूमेंस हॉस्पिटल द्वारा किए गए एक नये अध्ययन के मुताबिक माइग्रेन बोध क्षमता में कमी से जुड़ा हुआ नहीं है।
गौरतलब है कि माइग्रेन से करीब 20 फीसदी महिला आबादी प्रभावित है। मुख्य अध्ययनकर्ता पामेला रीस्ट ने बताया कि माइग्रेन और बोध क्षमता में कमी पर किए गए पूर्व के अध्ययनों में इन दोनों के बीच संबंध होने की पुष्टि क्षीण मात्रा में ही हो सकी।
उन्होंने बताया कि उनका अध्ययन यह निष्कर्ष निकालने के लिए अहम है कि माइग्रेन तकलीफदेह तो होता है लेकिन इसका बोध क्षमता में कमी से कोई संबंध नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 11, 2012, 22:46