Last Updated: Thursday, December 19, 2013, 17:53

मुंबई : अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा अपने मासिक बांड खरीद कार्यक्रम में कटौती की घोषणा से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को 151 अंक लुढ़क गया। बाजार में ऐसी चिंता बढ़ी है कि इससे निवेश के लिये उपलब्ध कोष में कमी आएगी।
बैंकिंग, पूंजीगत सामान व तेल एवं गैस कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का दौर चला, वहीं आईटी, प्रौद्योगिकी, फार्मा व धातु कंपनियों के शेयरों में में तेजी आई। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद में आईटी कंपनियों के शेयर मांग में रहे। सेंसेक्स की गिरावट में मुख्य योगदान आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी व एचडीएफसी बैंक का रहा, वहीं इन्फोसिस व टीसीएस ने गिरावट को सीमित किया।
एशियाई बाजारों के मजबूत संकेतों से 100 अंक की बढ़त के साथ खुलने वाला बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन के उच्च स्तर 21,017.45 अंक तक चला गया। हालांकि, निवेशकों द्वारा बेचैनी में बिकवाली का सहारा लिए जाने से यह लाभ कायम नहीं रह सका। अंत में सेंसेक्स 151.24 अंक या 0.73 प्रतिशत के नुकसान से 20,708.62 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 50.50 अंक या 0.81 प्रतिशत की गिरावट से 6,166.65 अंक पर आ गया। एमसीएक्स एसएक्स का एसएक्स 40 सूचकांक 63.06 अंक के नुकसान से 12,336.53 अंक पर बंद हुआ।
फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की कल हुई बैठक में अगले माह से बांड खरीद कार्यक्रम को मासिक 85 अरब डालर से घटाकर 75 अरब डालर करने की घोषणा की गई। इससे उभरते बाजारों में शेयर और ब्रांड में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 19, 2013, 17:53