Last Updated: Friday, February 21, 2014, 19:41

नई दिल्ली : वित्तीय संकट से जूझ रही सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया में एलटीसी घोटाले के बाद एक नया घोटाला उजागर हुआ है। एयर इंडिया के सतर्कता विभाग ने कर्मचारियों के परिजनों के लिए योजना में कथित तौर पर करोड़ों रुपए के घोटाले की जांच सीबीआई के सुपुर्द कर दी है।
सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी के सतर्कता विभाग की जांच में पाया गया है कि ‘फैमिली फेयर स्कीम’ (एफएफएस) के तहत कंपनी के साथ धोखाधड़ी कर बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया।
इस योजना के तहत एयरलाइन के कर्मचारियों को साल में एक बार अपने परिवार को रियायती टिकट पर एक घरेलू स्थल पर ले जाने की छूट है। एयर इंडिया के मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) बी के मौर्य ने प्रेट्र से इसकी पुष्टि की और कहा कि शुरुआती जांच में एक संदिग्ध ट्रैवल एजेंसी की पहचान की गई है जिसने अकेले एफएसए के तहत संभावित धोखाधड़ी कर 6 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान कंपनी को पहुंचाया।
उन्होंने कहा, ‘हमने मामले को जांच सीबीआई को सौंप दी है। ऐसा संदेह है कि कई और ट्रैवल एजेंसियां इस मामले में लिप्त हो सकती हैं। इस बारे में एयर इंडिया के अधिकारियों को फोन और संदेश भेजे गए, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया के सतर्कता विभाग की आंतरिक जांच से पता चलता है कि योजना के तहत अकेले उत्तरी क्षेत्र में अब तक कुल 5,916 टिकटों में कथित धोखाधड़ी हुई।
एयरलाइन के सतर्कता विभाग ने इसी प्रकार के ‘लीव ट्रैवल कंशेसन’ (एलटीसी) घोटाले का पता लगाया था और सीबीआई फिलहाल मामले की जांच कर रही है। नए घोटाले में अन्य सरकारी एवं गैर-सरकारी एजेंसियों के भी शामिल होने की संभावना है।
सतर्कता विभाग की जांच में यह भी पाया गया कि एफएसएस के तहत जारी किए गए कई टिकटों पर ‘परिवार के सभी सदस्य एकसाथ यात्रा करें’ छपा नहीं पाया गया, जबकि यह एक अनिवार्य नियम है। सूत्रों ने कहा कि कथित फर्जीवाड़े में कंपनी के कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 21, 2014, 19:41