Last Updated: Wednesday, February 19, 2014, 19:29
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के विभाग के बनने वाले दोनों राज्यों में आर्थिक और कारोबारी गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है लेकिन संसाधन के बंटवारे में पर जल्दी सहमति और नई राजधानी पर ज्यादा स्पष्टता की जरूरत है। यह बात उद्योग जगत के लोगों और बैंक अधिकारियों ने कही है। एसबीआई के प्रबंध निदेशक ए कृष्ण कुमार ने यहां कहा कि किसी भी राज्य के बंटवारे का उद्देश्य दोनों क्षेत्रों की वृद्धि में बढ़ोतरी करना होगा।
कुमार ने एक बैंक शाखा के उद्घाटन के मौके पर संवाददाताओं से कहा, हम इसे एक मौके के तौर पर ले रहे हैं क्योंकि इन दोनों राज्यों के बंटवारे के बाद बैंकिंग और आर्थिक गतिविधि और वृद्धि के लिए अतिरिक्त मौका होगा। उन्होंने कहा, आंकड़ा बताना मुश्किल है। लेकिन ऐसे बंटवारें से दोनों राज्यों की जनता की वृद्धि बढ़ेगी और लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
उन्होंने कहा, यह (राज्यों का विभाजन) एसबीआई के लिए नयी बात नहीं है। बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश का विभाजन हुआ। वहां हमारे दफ्तर हैं और हम उन राज्यों में अच्छा कारोबार कर रहे हैं। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की आंध्र प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बी अशोक रेड्डी ने हालांकि कहा कि सीमांध्र और तेलंगाना के बीच जल एवं बिजली जैसे संसाधानों का वितरण, राज्य सरकारों की नीतियां और कर संबंधी फायदे जैसी कुछ बातों पर आभी निर्णय होना है। फेडरेशन आफ आंध्र प्रदेश चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज ने कहा कि तेलंगाना पर राजनीतिक गतिरोध खत्म होने से औद्योगिक माहौल सुधरेगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 19, 2014, 19:29