Last Updated: Monday, May 12, 2014, 21:17

नई दिल्ली : सब्जियों, फलों व दूध के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में बढ़कर तीन माह के उच्च स्तर 8.59 प्रतिशत पर पहुंच गई। ऐसे में रिजर्व बैंक द्वारा जून की मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश और कम हो गई है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में 8.31 प्रतिशत पर थी।
आज जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 9.66 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो मार्च में 9.1 प्रतिशत पर थी। अप्रैल में सब्जियों 17.5 प्रतिशत महंगी थीं, जबकि इससे पिछले महीने सब्जियों की मुद्रास्फीति 16.8 प्रतिशत पर थी। वहीं अप्रैल में फल 21.73 प्रतिशत महंगे थे, जबकि मार्च में यह दर 17.19 प्रतिशत थी।
अप्रैल में दूध 11.42 प्रतिशत महंगा था, जबकि इससे पिछले महीने दूध की मुद्रास्फीति 11.02 प्रतिशत थी।
इस बीच, दिल्ली में दूध की दो प्रमुख आपूर्तिकर्ता कंपनियों अमूल व मदर डेयरी ने दूध के दामों में 2 रुपए लीटर की बढ़ोतरी की है। प्रोटीन वाले उत्पादों मसलन अंडा, मांस व मछली की महंगाई दर अप्रैल में 9.41 प्रतिशत रही, जबकि मोटे अनाज व दालों के दाम क्रमश: 9.67 प्रतिशत व 5.05 प्रतिशत अधिक थे।
उद्योग जगत द्वारा ब्याज दरों में कटौती की मांग के बीच केंद्रीय बैंक ने अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों को 8 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा था। रिजर्व बैंक 1 जून को अगली मौद्रिक समीक्षा पेश करेगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 12, 2014, 21:17