Last Updated: Friday, October 11, 2013, 19:19

नई दिल्ली : जुलाई में थोड़ी तेजी दिखाने के बाद अगस्त में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर एक बार फिर तेजी से गिर कर 0.6 फीसद पर आ गयी। विनिर्माण तथा खनन क्षेत्र के खराब प्रदर्शन से अगस्त का औद्योगिक उत्पादन प्रभावित रहा।
जुलाई में कारखाना उत्पादन 2.8 प्रतिशत बढ़ा था।
अगस्त में सालाना आधार पर उत्पादन लगभग पूर्व के स्तर पर स्थिर रहा। आलोच्य माह के दौरान रोजमर्रा के उपभोग तथा तथा टिकाऊ उपभोक्ता सामान क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट से औद्योगिक वृद्धि बहुत सीमित रह गयी। पिछले साल अगस्त में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) 2 प्रतिशत बढ़ा था।
सरकार द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले पांच माह अप्रैल-अगस्त 2013 में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर मात्र 0.1 फीसद रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन 0.2 प्रतिशत बढ़ा था।
इस बीच जुलाई माह के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों को संशोधित कर 2.6 से 2.8 फीसद किया गया है। जून में औद्योगिक उत्पादन 1.8 प्रतिशत घटा था।
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 75 फीसद का भारांश रखने वाले विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन अगस्त में 0.1 फीसद घट गया। पिछले साल इसी महीने में यह 2.4 प्रतिशत बढ़ा था।
इस बार अप्रैल से अगस्त के दौरान विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर स्थिर रही थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 11, 2013, 19:19