Last Updated: Monday, December 23, 2013, 18:15
नई दिल्ली : सार्वजनिक बैंकों की कर्मचारी यूनियनों ने अपनी वेतन निपटान तथा अन्य मांगों के शीघ्र निपटान पर जोर देने के लिए आज 20 जनवरी से दो दिन की हड़ताल पर जाने की धमकी दी। बैंककमिर्यों ने 18 दिसंबर को भी एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल की थी।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के समन्वयक सीएच वेंकटचलम और नेशनल आर्गनाइजेशन्स आफ बैंक वर्कर्स के महासचिव अश्विनी राणा ने यह जानकारी दी। वेंकटचलम ने कहा, हैदराबाद में आज हुई बैठक में फैसला किया गया कि आईबीए तथा सरकार से आग्रह किया जाए कि वेतन वृद्धि तथा निपटान को तेज करने के लिए बातचीत बहाल हो, ऐसा नहीं होता है तो यूनियंस 20 जनवरी से 48 घंटे की हड़ताल करेगी।
नेशनल आर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स के महासचिव अश्विनी राणा ने कहा कि इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) ने वेतन संशोधन पर 14 दिसंबर को यूएफबीयू के साथ विचार विमर्श किया था। इस बातचीत के बाद आईबीए ने कहा कि वे वेतन खर्च पर पांच प्रतिशत की वृद्धि की पेशकश करेंगे।
यूनियनों ने इस पेशकश को बहुत कम बताते हुए खारिज कर दिया और 18 दिसंबर को हड़ताल की। इसके बाद से उन्हें आईबीए से वेतन संशोधन के बारे में कोई उचित प्रत्युत्तर नहीं मिला है। सार्वजनिक बैंकों के कर्मचारियों के वेतन में संशोधन नवंबर 2012 से लंबित है। यूएफबीए नौ बैंकों के कर्मचारियों तथा अधिकारी यूनियनों का शीर्ष संगठन है। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 23, 2013, 18:15